सरयू में ऊफान से कई गांव टापू में तब्दील
जेएनएन, गुठनी/रघुनाथपुर (सिवान) : गुठनी, रघुनाथपुर, दरौली व सिसवन में सरयू नदी में आये उफान से लोग सकते में आ गये हैं। इन प्रखंडों में सैकड़ों एकड़ में लगी फसल जलमग्न हो गयी है। गुठनी प्रखंड में सरयू व छोटी गंडक नदियों के जलस्तर में लगातार हो रहे वृद्धि से गुठनी प्रखंड के सोहागरा, सोनहुला, टड़वां, सिरकलपुर, गुठनी, तीरबलुआ, ग्यासपुर, पाण्डेपार, खरौली, मैरीटाड़ समेत तटबंध पर स्थित दर्जनों गांव बाढ़ के चपेट में आ गये हैं। सबसे भयावह स्थिति तो तीरबलुआ गांव की है जो चारों तरफ से पानी घिर गया है, वहां जाने का संपर्क मार्ग भी प्रभावित हो रहा है। कई जगह दलदल बन गया है जो अब बारिश होने या थोड़ा सा भी जल स्तर बढ़ने से संपर्क मार्ग को तोड़ सकता है। हजारों एकड़ मक्का, अरहर, धान, मूंगफली एवं बाजरे की फसल बाढ़ के चपेट में आने से बर्बाद हो गयी। नदियों का जल स्तर खतरे के निशान से तीन सेंटीमीटर ऊपर है। प्रशासन द्वारा बाढ़ से निपटने की तैयारी की पोल खुलने लगी है। यहां बाढ़ प्रभावित इलाकों में अभी तक कोई भी सुविधा मुहैया नहीं करायी गयी है। गुठनी के अंचल पदाधिकारी रामवचन राम तथा बाढ़ नियंत्रण विभाग के जेई अरविंद कुमार श्रीवास्तव, एसडीओ (बाढ़) अखिलेश कुमार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। अभी तक एक भी बोरी बालू तटबंधों पर नहीं रखा गया है और न ही कोई व्यवस्था की गयी है। उधर रघुनाथपुर में सरयू नदी के जल स्तर बढ़ने से सैकड़ों एकड़ फसल बाढ़ के चपेट में आ गई है। वहीं जल स्तर में वृद्धि के साथ ही बांधों पर भी पानी चढ़ना शुरू हो गया है। प्रखंड के गंभीरार, कौसर, बड़ुआ, नवादा, हरपुर, नरहन, मिर्जापुर, सलेमपुर, आदमपुर, राजपुर, आंदर प्रखंड के रकौली एवं बाल पार, पतार के गांवों के सरयू नदी के दियारा इलाके में धान, मक्का, सब्जी आदि फसल डूब गयी है। सीओ संजय कुमार ने रघुनाथपुर प्रखंड के नवादा गांव में कमजोर तटबंध के मरम्मत के लिए घोघरा तटबंध के प्रभारी इंजीनियर मनोज कुमार को मरम्मत करने के आदेश दिए हैं। वहीं जेई श्री कुमार ने बुधवार को सिसवन प्रखंड के कटिया बाबा स्थान के पास एक्सलुसिव पुल के पास रिसाव को बंद कराया और सिसवन थाने के पास बांध की मरम्मती करायी। उन्होंने बताया कि आज रात तक रघुनाथपुर के नवादा व गंभीरार गांव के बांध की भी मरम्मत करा दी जाएगी। जल संसाधन के जल अभियंता सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि दरौली में 43 सेंटीमीटर व सिसवन में 58 सेंटीमीटर खतरे के निशान से नीचे सरयू नदी बह रही है। सीओ संजय कुमार ने बताया कि दो-तीन दिन से लगातार सरयू का जल स्तर बढ़ रहा है जिसकी निगरानी तटबंधों पर की जा रही है।