जिले में धूमधाम से मनायी गई नागपंचमी
जेएनएन, सिवान : जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार को श्रावण शुक्लपक्ष पंचमी को नाग बाबा की पूजा पूरे आस्था के साथ की गयी। इस मौके पर स्नान करने के बाद महिलाओं ने सरसों, बालू व गाय के गोबर को अभिमंत्रित कर घर में नाग बाबा की आकृति दीवारों पर बनायी। साथ ही गाय के दूध तथा धान के लावा से नाग देवता की पूजा अर्चना कर अपने वंश की वृद्धि तथा पुत्र की दीर्घायु, सुख शांति व कुशलक्षेम व रक्षा की कामना की। इस दौरान कई जगहों पर श्रद्धालुओं ने सपेरों के सहयोग से नाग देवता का भी दर्शन किया। इस पर्व के विषय में मैरवा प्रख्ाड के कविता निवासी कालभैरव के उपासक पंडित नित्यानंद पाण्डेय ने बताया कि नाग देवता भगवान भोलेनाथ के गले का आभूषण हैं। इनकी पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। श्रद्धालुओं ने महादेवा शिव मंदिर, जीरादेई के अकोल्ही स्थित अनंतनाथ धाम बाबा की समाधि, आंदर प्रखंड के पतार स्थित रामदेव बाबा व पर हजारों शिवभक्तों ने दूध अर्पित कर मनोकामनाएं पूर्ण की कामना की। कहा जाता है कि सैकड़ों वर्ष पूर्व जीरादेई के अकोल्ही में अनंतनाथ नामक एक साधु यहां रहते थे जो जिंदा समाधि ले लिए। उसी स्थल पर 2001 में 21 दिन नाग देवता भ्रमण किए, पुन: 2008 में श्री 12 घंटे मंदिर में बैठे रहे तब से यह स्थल विख्यात हो गया तथा नागपंचमी के दिन पूजा अर्चना को भक्तों का तांता लगा रहता है। वहीं आंदर प्रखंड के पतार में सरयू तट स्थित भगवान रामजी बाबा तथा रघुनाथपुर प्रखंड के राजपुर गांव के मानिया टोला स्थित नाग मंदिर में पूजा अर्चना को ले सुबह से ही हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान वहां मेले भी लगे हुए थे। मंदिर समिति के अध्यक्ष संजीत कुमार सिंह, सचिव रामनाथ सोनी, कोषाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह, विश्वनाथ सिंह, शंकर सोनी, सुगम्बर राम, हरिशंकर बैठा, राजेन्द्र आदि ने कहा कि यहां दोपहर तक करीब 25 हजार से अधिक श्रद्धालु धान लावा चढ़ा पूजा कर चुके थे। इसके अलावा गुठनी के सोहागरा धाम मंदिर स,जिला मुख्यालय समेत महाराजगंज, बसंतपुर, भगवानपुर, दारौंदा, लकड़ी नबीगंज, गोरेयाकोठी, सिसवन, नौतन, तरवारा, रघुनाथपुर, मैरवा, दरौली, बड़हरिया, गोरेयाकोठी समेत विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े धूमधाम व आस्था के साथ की गयी।