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मुखिया ने किया भुतही कन्या उच्च विद्यालय का निरीक्षण

मंगलवार को जनप्रतिनिधियों द्वारा एक स्कूल के निरीक्षण के दौरान एक शिक्षक ने ऐसी दबंगता दिखाई की लोग हतप्रभ रह गए।

By Edited By: Published: Tue, 26 Jul 2016 11:09 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jul 2016 11:09 PM (IST)
मुखिया ने किया भुतही कन्या उच्च विद्यालय का निरीक्षण

सीतामढ़ी। मंगलवार को जनप्रतिनिधियों द्वारा एक स्कूल के निरीक्षण के दौरान एक शिक्षक ने ऐसी दबंगता दिखाई की लोग हतप्रभ रह गए। बताया जाता है की उक्त शिक्षक विद्यालय में क्लर्क का काम देखते हैं। इसलिए विद्यालय से अक्सर अनुपस्थित रहते हैं । चर्चाओं पर गौर करें तो वह रसूखदार लोगों के बच्चों के लिए नम्बरों की से¨टग गे¨टग भी करते हैं। शायद यही कारण है कि ऊपर तक उनकी मजबूत पकड़ है ।

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क्या है मामला : प्रखंड के भुतही स्थित रामदेव भगत बालदेव चौधरी बालिका उच्च विद्यालय की दयनीय हालात और रास्ते पर जलजमाव से स्कूल जाने में छात्राओं को हो रही परेशानी की शिकायत मिलने पर मुखिया के नेतृत्व में पंचायत प्रतिनिधियों की टीम सोमवार को ग्यारह बजे निरीक्षण के लिए विधालय पहुंची । टीम में भुतही के मुखिया मनोज कुमार, मधेसरा के मुखिया मो. सदरे आलम खां, कचोर के मुखिया मधुरेन्द्र कुमार मिश्र उ़र्फ मुन्ना, भुतही के सरपंच लालबाबू कुमार, मुस्लिम सिटीजन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मो. कमर अख्तर , शंभु कुमार व देव नरायन साह आदि शामिल थे । निरीक्षण के दौरान पाया गया कि विद्यालय में ग्यारह खपरैल वर्ग कक्ष है, जिसमें करीब सभी कक्ष का छत जर्जर है और बारिश में पानी कमरे में ही गिरता है। जिससे वर्ग संचालन में परेशानी होती है। स्कूल में बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम द्वारा स्कूल का भवन बनाया जा रहा है। जिसका निर्माण 5 जनवरी 2015 को शुरू हुआ था। 15 माह में भवन का निर्माण पूरा कर विद्यालय के सुपुर्द करना था। परन्तु समय अवधि खत्म होने के बावजूद पटना के शारदा कंट्रक्शन के प्रोप्राइटर द्वारा भवन का निर्माण पूरा नहीं किया जा सका है। निरीक्षण के दौरान टीम ने एचएम से मिलने कार्यालय कक्ष में पहुंची, जहां बताया गया कि एचएम मधुबाला मी¨टग में मुख्यालय गई हैं। सहायक शिक्षक सचिदानंद प्रसाद भी विद्यालय नहीं पहुंचे थे। करीब साढ़े बारह बजे सहायक शिक्षक स्कूल में प्रवेश किए। मो.अख्तर ने शिक्षक श्री प्रसाद से बिलम्ब से स्कूल आने का कारण पूछा। इतना सुनते ही शिक्षक आग बबूला हो गए और बोले कि आप कौन होते है पूछने वाले। स्कूल में आना और जाना मेरी मर्जी है। क्लर्क नहीं है। उसका भी काम देखता पड़ता है। आपको जहां जाना है जाइए हमें फर्क नही पड़ता है । शिक्षक के इस बर्ताव से स्थानीय लोग काफी नाराज थे। लेकिन मुखिया ने कहा कि यहां की स्थिति से अधिकारियों को अवगत कराएंगे। स्कूल के निरीक्षण बाद टीम द्वारा एक आवेदन डीएम, डीईओ, बीईओ को भेजा गया। इस बावत बीइओ अरुण कुमार ठाकुर ने बताया कि स्कूल का निरीक्षण कर मामला की जांच कर कार्रवाई की जायेगी ।

डीपीओ प्रेमचन्द से मुखिया ने दूरभाष पर बात की, तो बोले कि लिखित आवेदन दें कार्रवाई होगी।


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