वंचित परीक्षार्थियों का हंगामा, आगजनी
बाबा साहब भीमराव अम्बेदकर बिहार विश्व विद्यालय के तत्वावधान में जारी त्रिवर्षीय स्नातक प्रथम खंड की परीक्षा के दौरान प्राचीन भारतीय इतिहास की परीक्षा के वंचित प्रिया रानी राय डिग्री कॉलेज बैरगनिया के छात्र - छात्राओं ने शहर के श्री लक्ष्मी किशोरी कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र पर जमकर हंगामा किया।
सीतामढ़ी। बाबा साहब भीमराव अम्बेदकर बिहार विश्व विद्यालय के तत्वावधान में जारी त्रिवर्षीय स्नातक प्रथम खंड की परीक्षा के दौरान प्राचीन भारतीय इतिहास की परीक्षा के वंचित प्रिया रानी राय डिग्री कॉलेज बैरगनिया के छात्र - छात्राओं ने शहर के श्री लक्ष्मी किशोरी कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र पर जमकर हंगामा किया। परीक्षा केंद्र के सामने मेन रोड को जाम कर उग्र प्रदर्शन किया। टायर जलाकर आक्रोश जताते हुए नारेबाजी की। हालांकि सूचना के बाद नगर थानाध्यक्ष विशाल आनंद, मेहसौल ओपी के अवसर निरीक्षक अनिल भगत व पुनौरा ओपी प्रभारी लाल बाबू कुमार सशस्त्र बल व पैंथर मोबाइल टीम के साथ मौके पर पहुंच कर उग्र परीक्षार्थियों की बात सुनीं। कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया। इस दौरान परीक्षार्थियों ने कुलपति के नाम का आवेदन केंद्राधीक्षक सह प्राचार्य डॉ. आनंद किशोर को सौंपा। जिसमें परीक्षा के कार्यक्रम की जानकारी नहीं होने की वजह से प्राचीन भारतीय इतिहास की परीक्षा से वंचित होने व दोबारा परीक्षा के आयोजन की मांग की। प्राचार्य डॉ. किशोर ने उक्त आवेदन को विवि को अग्रसारित कर दिया है।
क्या है मामला : बताते चलें कि स्नातक प्रथम खंड की परीक्षा के लिए एसएलके कॉलेज को प्रिया रानी राय कॉलेज बैरगनिया का परीक्षा केंद्र बनाया गया है। शनिवार को पहली पाली में प्राचीन भारतीय इतिहास व दूसरी पाली में इतिहास की परीक्षा थी। पहली पाली में इस केंद्र पर प्राचीन भारतीय इतिहास के तकरीबन 200 परीक्षार्थी परीक्षा में शरीक हुए। जबकि 100 से अधिक अनुपस्थित रहे। जबकि दूसरी पाली में इतिहास की परीक्षा में उक्त परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे। लेकिन प्रवेश पत्र पर ए. हिस्ट्री लिखा होने की वजह से उन्हें परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया गया। इससे नाराज परीक्षार्थियों ने हंगामा किया। वर्ष 2009 में भी प्रिया रानी राय डिग्री कॉलेज बैरगनिया द्वारा क्षमता से अधिक नामांकन लेने की वजह से विवि द्वारा कई परीक्षार्थियों को परीक्षा प्रवेश पत्र ही जारी नहीं किया था। इस बाबत कालेज के प्राचार्य डॉ. किशोर ने बताया कि पहली पाली में ए. हिस्ट्री की परीक्षा में शामिल परीक्षाथियों की परीक्षा ली गई। जो नहीं आए वे वंचित रह गए। परीक्षार्थियों की मांग की बाबत जानकारी विवि को भेज दी गई है। किसी भी परीक्षार्थी का वर्ष बर्बाद नहीं होगा।