नवजात को बेचने के दबाव पर बवाल
सीतामढ़ी। शहर के राम पदारथनगर स्थित रामजी मेमोरियल एंड न्यूरो हास्पीटल में नौ दिन पूर्व जन्मीं नवजात
सीतामढ़ी। शहर के राम पदारथनगर स्थित रामजी मेमोरियल एंड न्यूरो हास्पीटल में नौ दिन पूर्व जन्मीं नवजात को बेचने के लिए हास्पीटल के कम्पाउंडर द्वारा परिजनों पर दबाव बनाने के बाद बवाल मच गया। नवजात बच्ची की नानी ने मोबाइल पर एसडीओ सदर को सूचना देते हुए जहां क्लीनिक में जमकर हंगामा किया। वहीं न्याय की मांग करते हुए देर शाम तक उक्त हास्पीटल में अपने परिजनों के साथ जमी रहीं। देर शाम तक हास्पीटल में प्रशासन का एक का¨रदा तक नहीं पहुंच सका। हास्पीटल के चिकित्सक डा. राजीव रौशन ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि मरीज को आज हिसाब करना था। कुल 21 हजार रुपये में परिजन ने 11 हजार रुपये जमा कराया था। आज मरीज को छोड़ना था। इसके लिए शेष दस हजार रुपये की डिमांड करने के बाद महिला द्वारा एक साजिश के तहत नवजात के बेचने का आरोप लगाते हुए बेवजह हंगामा खड़ा कर दिया गया। जानकारी के अनुसार बैरगनिया थाना के अख्ता निवासी मो. हुसैन की पत्नी शबनम खातून को प्रसव के लिए 19 मई को ससौला पीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां बच्चे के पेट में उल्टा होने की बात कह कर आशा शकुंतला कुमारी ने 21 मई को शबनम खातून को शहर के राम पदारथनगर स्थित रामजी मेमोरियल एंड न्यूरो हास्पीटल में भर्ती कराया। आपरेशन के पश्चात शबनम खातून ने एक बच्ची को जन्म दिया। भर्ती के वक्त परिजनों ने उक्त क्लीनिक में 11 हजार रुपये जमा कराए। बच्ची के जन्म के समय ही हास्पीटल के कम्पाउंडर कृष्ण कुमार ने उसकी नानी नासमीन खातून से बच्ची को बेचने की बात कहीं। लेकिन नासमीन इसे मजाक समझी। नासमीन का आरोप है कि रविवार को जच्चा - बच्चा को हास्पीटल से छुट्टी मिलनी थी। हिसाब करने के वक्त कम्पाउंडर ने एक बार फिर बच्ची को बेचने का दबाव बनाया। जिसे वह टालती रहीं। लेकिन कम्पाउंडर ने कहा कि तुम्हारी जाति के लोग हैं, जिसे बच्चा की जरूरत है। बच्चा देने पर अच्छा पैसा मिलेगा। उसके बाद जोर - जबरदस्ती करने लगा। तब उसने एसडीओ को सूचना देकर कम्पाउंडर के खिलाफ हंगामा करने लगी।