हत्यारों को सजा दिलाने के लिए भटक रही बहन
सीतामढ़ी, संवाद सहयोगी : 14 वर्षीय भाई के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए न केवल एक बहन दर - दर की खाक
सीतामढ़ी, संवाद सहयोगी : 14 वर्षीय भाई के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए न केवल एक बहन दर - दर की खाक छान रहीं है, बल्कि हत्यारों को सजा दिलाने के लिए वह पुलिस अधिकारियों के आगे गुहार लगा - लगा कर थक गई है। बावजूद इसके न तो उसे न्याय मिला है और नहीं हत्यारे पकड़े गए है। हैरत की बात यह कि पहले आईजी व बाद में सीएम के आदेश के बावजूद पुलिस महकमे द्वारा हत्यारों को पकड़ने की दिशा में पहल तक भी नहीं की जा सकी है। पुलिस की कार्यशैली को लेकर मृतक सूरज की बहन रिद्धि ने जहां सवाल उठाए है, वहीं आंदोलन की चेतावनी दी है। बताते चले कि शिवहर जिले के श्यामपुर भटहा थाने के भोरहा निवासी राम प्रवेश सिंह का इकलौता पुत्र सूरज कुमार सिंह, 9 मार्च 2014 को अपने घर से सब्जी लाने गया था। जहां से वह वापिस नहीं लौटा। 10 मार्च 2014 को उसका शव सीतामढ़ी जिले के रीगा थाना के रेवासी - बिंधी पथ में छतौना - विशनपुर गांव के पास सड़क के किनारे पाया गया था। हत्यारों द्वारा गोली मार बर्बरता से उसकी हत्या कर शव फेंक दिया गया था। मृतक के शरीर पर गोली के आठ - दस निशान पाए गए थे। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया था। 11 मार्च 2014 को दैनिक जागरण में सचित्र खबर प्रकाशित होने के बाद परिजनों ने शव की शिनाख्त की थी। इसके बाद परिजनों ने पुलिस से गुहार लगाई। लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला। फिर बहन रिद्धि कुमारी ने भाई के हत्यारों को सजा दिलाने की ठानी। वहीं आईजी के पास गई। जहां आईजी को पूरे घटना क्रम की जानकारी दी। आईजी ने मामले में पुलिस को कार्रवाई का निर्देश दिया। लेकिन 13 माह बाद भी पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच सकी है। एक माह पूर्व वह सीएम के जनता दरबार में पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई थी। उसने सीएम को बताया कि सूरज उसका इकलौता भाई था। उसके पिता राम प्रवेश सिंह का ग्रामीण बलिराम सिंह के साथ भूमि विवाद चल रहा था। 3 मार्च 2014 को राम प्रवेश सिंह के साथ बलिराम सिंह का विवाद भी हुआ था। जिसमें में बलिराम सिंह के बेटे दिलीप सिंह द्वारा गाली - गलौज करते हुए फायरिंग भी की गई थी। साथ ही हत्या की धमकी भी दी गई थी। रिद्धि ने बताया कि दोनों पिता - पुत्र आपराधिक प्रवृति है। दोनों ने ही मिल कर संपत्ति के लिए उसके भाई सूरज की हत्या कर दी। एसपी ने डीजीपी के माध्यम से आईजी व सीतामढ़ी एसपी को हत्यारों की गिरफ्तारी का आदेश भी दिया। बावजूद इसके अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। लिहाजा रिद्धि व उसके परिजनों में आक्रोश है।