उत्पाद विभाग के डिपो पर छापा
जासं, सीतामढ़ी : 200 एमएल देसी शराब की पाउच की जगह 180 एमएल देसी शराब पैकिंग की मिली शिकायत के बाद ड
जासं, सीतामढ़ी : 200 एमएल देसी शराब की पाउच की जगह 180 एमएल देसी शराब पैकिंग की मिली शिकायत के बाद डीएम के निर्देश पर बुधवार की रात डीएम द्वारा गठित अधिकारियों की विशेष टीम ने शहर से सटे मोहनपुर स्थित उत्पाद विभाग के डीपो पर छापेमारी की। जहां व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी उजागर हुआ। साथ ही पाया गया कि देसी शराब की पैकिंग में जहां मापदंड का पालन नहीं किया जा रहा है, वहीं सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाई जा रही है। इस दौरान प्रशासन की टीम ने 24 सैम्पल लिया। जिसे सील कर जांच के लिए पटना भेजा गया है। डीएम के निर्देश पर डीटीओ राजेश चौधरी व एसडीओ सदर संजीव कुमार ने नियंत्रण कक्ष से फोर्स लेकर बुधवार की रात तकरीबन दस बजे साइलेंट आपरेशन के तहत मोहनपुर डीपो में छापेमारी की। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने जांच की। जांच के दौरान पाया गया कि पाउच की पैकिंग में 60 अंडर प्रूफ की जगह 70 अंडर प्रूफ का देसी शराब पाउच तैयार किया जा रहा था। यह स्प्रिट बचाने के लिए किया जा रहा था। स्प्रिट बचाकर उसकी जगह अवैध देसी शराब की पैकिंग कर सरकारी राजस्व की क्षति पहुंचाई जा रहीं थी। इतना ही नहीं जांच में विभाग द्वारा तय मात्रा व पैकिंग की मात्रा में भी कमी पाई गई। हालांकि डिपो में अलग - अलग ड्राम में लगभग 13 हजार लीटर स्प्रिट रखा मिला, जो स्टाक पंजी से मिल रहा था। इस दौरान उत्पाद निरीक्षक निरंजन कुमार की मौजूदगी में दोनों अधिकारियों ने अलग - अलग 24 सैम्पल लिया, जिसे सील कर बेहतर जांच को भेजा गया है। साथ ही जांच की प्रक्रिया को पंजी पर दर्ज कराया गया। जांच के बाद अधिकारियों ने बताया कि विभागीय मेल से यहां अवैध रूप से देसी शराब का निर्माण कराया जा रहा है। जिससे सरकारी राजस्व को क्षति पहुंच रहीं है। बताते चले कि डिपो में देसी शराब निर्माण की जांच के लिए एक उत्पाद अवर निरीक्षक की तैनाती की गई है। समय समय पर उत्पाद अधीक्षक द्वारा भी जांच की जाती है। बावजूद यह काला धंधा चल रहा था। हालांकि वास्तविकता क्या हैं यह लिए गए सैम्पल के जांच रिपोर्ट के आने के बाद ही पता चलेगा।