मां सरस्वती की प्रतिमाएं विसर्जित
जासं, सीतामढ़ी : ढोल, ताशा व नगारे की गड़गड़ाहट, फिल्मी गीतों की धुन व ब्रेक डांस पर उड़ते गुलाल के बी
जासं, सीतामढ़ी : ढोल, ताशा व नगारे की गड़गड़ाहट, फिल्मी गीतों की धुन व ब्रेक डांस पर उड़ते गुलाल के बीच मां शारदे के जयघोष के साथ रविवार को विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। इसके साथ ही जिले में आस्था के दो दिवसीय पर्व का समापन हो गया। प्रतिमा विसर्जन के दौरान पूरा जिला मां सरस्वती के जयकारे से गूंजता रहा। शहर व मुख्यालय डुमरा की सड़कों पर वीणा वादिनी की भक्ति में लीन छात्रों का सैलाब उमड़ पड़ा। दिन के दूसरे पहर विभिन्न शिक्षण संस्थान व पूजा समितियों की प्रतिमाएं शोभा यात्रा के साथ विसर्जन के लिए निकली, जो विभिन्न पथों का भ्रमण करते नदी घाटों तक पहुंची। जहां विधिवत प्रतिमा का विसर्जन हुआ। इस दौरान सरस्वती माता विद्या दाता, वीणा पुस्तक रंजीत हंसते, भगवती भारती देवी नमस्ते की जय से इलाका गुंजायमान रहा। फिल्मी गीतों की धुन पर थिरकन का नजारा भी दिखा। पूजा में शामिल लोगों ने जम कर गुलाल उड़ाये। शहर के बाईपास, पुनौरा, लखनदेई, डुमरा के कैलाशपुरी व परोड़ी स्थित नदी घाटों पर प्रतिमा का विसर्जन किया गया।
सुरक्षा के रहे पुख्ता बंदोबस्त: प्रतिमा विसर्जन को लेकर मुख्यालय डुमरा व सीतामढ़ी शहर के अलावा पूरे जिले में सुरक्षा के पुख्ता बंदोवस्त दिखे। जगह जगह पुलिस बल तैनात रहे।