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विकलांगों के लिए वरदान होगा पुनर्वास केंद्र

जासं, सीतामढ़ी : गणतंत्र दिवस पर जिले को आधुनिक उपकरण से लैस जिला पुनर्वास केंद्र समर्पित की जाएगी।

By Edited By: Published: Sun, 25 Jan 2015 01:05 AM (IST)Updated: Sun, 25 Jan 2015 01:05 AM (IST)
विकलांगों के लिए वरदान होगा पुनर्वास केंद्र

जासं, सीतामढ़ी : गणतंत्र दिवस पर जिले को आधुनिक उपकरण से लैस जिला पुनर्वास केंद्र समर्पित की जाएगी। जिले के विकलांगों के लिए वरदान साबित होगा। उक्त केंद्र के खुलने से अब श्रवण बाधित, मूक बधिर व चक्षु बधिर को जांच के लिए रेफर नही किया जाएगा।

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पुनर्वास केंद्र के संचालन को मिले 17.20 लाख जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र खोलने के लिए समाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार से जिले को 17 लाख 20 हजार आवंटन मिला है। जिसमें मैन पावर के लिए 8 लाख 10 हजार, कार्यालय के लिए 2 लाख 10 हजार व उपकरण क्रय पर 7 लाख खर्च की जाएगी।

रेड क्रास भवन में खुलेगा पुनर्वास केंद्र जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र नगर स्थित रेड क्रास भवन के कमरे में संचालित किया जाएगा। इसके लिए डीएम की अध्यक्षता में गत 29 नवम्बर को आयोजित बैठक में मिले निर्देश के आलोक में रेड क्रास भवन के कमरे में संचालित एसीएमओ कार्यालय को स्थानांतरित कर दिया गया है। जिसमें जिला पुनर्वास केंद्र का कार्यालय स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए कार्यान्वयन एजेंसी रेड क्रास सोसाइटी को बनाया गया है।

गणतंत्र दिवस पर होगा उद्घाटन: डीएम

डीएम डा. प्रतिमा ने बताया कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस केंद्र के संचालन से अब विकलांगों को जांच के लिए अन्य जिला में रेफर करने की आवश्यकता नही होगी। विशेष परिस्थिति में ही रेफर किया जाएगा। आधुनिक उपकरण से लैस यह केंद्र विकलांगों के लिए वरदान साबित होगा।

चिकित्सक व टेक्निशियन की होगी बहाली

जिला पुनर्वास केंद्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए चिकित्सक, टेक्निसियन व कार्यालय कर्मियों की बहाली की जाएगी। जिसमें क्लीनीकल साइकोलाजिस्ट, सिनियर फिजियोथेरिपिस्ट, सिनियर अर्थोटिस्ट, प्रोस्टोनोटिस्ट, अर्थोटिस्ट टेक्निशियन, स्पीच थेरेपिस्ट, हियरिंग असिस्टेंट, मोबलेटिंग इंस्टक्टर, मल्टीपरपस वर्कर, लेखापाल कम सहायक व चपरासी शामिल है।

आधुनिक उपकरण से होगा लैस

जिला पुनर्वास केंद्र आधुनिक उपकरण से लैस होगा। केंद्र के लिए शार्टवेभ डाईथेरेमी, स्टेटिक साइकिल, हिट यूनिट, कंट्रास्ट बाथ, सोल्डर व्हील, रिफ्रेक्शन सेट, क्लिीनिकल आडियो मीटर, हियरिंग ऐड रिपेयर किटस, थेरेपी एजुकेशनल ट्वाय, पिक्चर कार्ड, बेन बैग, ट्रैमपोलीन, बैलेंस बोर्ड समेत करीब 50 उपकरण खरीदी जाएगी।

क्या है योजना का उद्देश्य

विकलांगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने व उन्हें स्वाबंलंबी बनाना इसका मुख्य उद्देश्य होगा। इसके लिए जिले में सर्वे के साथ जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। सर्वे टीम विकलांगों का अध्ययन कर आकलन करेगी कि किस विकलांग को कौन सी उपकरण की आवश्यकता है। आवश्यकता के अनुसार संबंधित विकलांगों को उपकरण उपलब्ध कराई जाएगी।


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