अधिकारी डाल-डाल, तो शिक्षक पात-पात
जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी : शिक्षा अधिकारी डाल डाल, तो शिक्षक पात पात की कहावत को चरितार्थ कर रहे है
जागरण संवाददाता, सीतामढ़ी : शिक्षा अधिकारी डाल डाल, तो शिक्षक पात पात की कहावत को चरितार्थ कर रहे है मुख्यालय डुमरा स्थित मध्य विद्यालय भीसा में। शिक्षा अधिकारियों द्वारा निर्देश के बाद भी स्कूल की प्रशासनिक व्यवस्था जस की तस है। अधिकारी बैठक का आयोजन कर अपना कोरम पूरा कर लेते हैं। लेकिन शिक्षकों व प्रधानाध्यापक के कार्य शैली में सुधार नही हो रहा है।
निरीक्षण पंजी नहीं दिखती
गुरु गोष्ठी से लेकर डीएम कार्यालय तक आयोजित बैठक में निर्देश के बाद भी मध्य विद्यालय में निरीक्षण पंजी नही दिखती। पिछले छह माह में कितने पदाधिकारी ने स्कूल का निरीक्षण किया, इसका जबाब प्राचार्य के पास नहीं है। प्रधानाध्यापक दीपक कुमार बताते है कि निरीक्षण पंजी का संधारण नही होता है। मौखिक रुप से बताते है कि जो पदाधिकारी आते है उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर कर देते है। दो माह में सीआरसीसी व बीआरसीसी ने निरीक्षण किया है। एक बार डीईओ व दो बार बीईओ ने निरीक्षण किया है।
पाठ्य टीका का उपयोग नहीं
विभागीय निर्देश के आलोक में शिक्षकों को पाठ्य टीका का उपयोग करना है। बावजूद कोई भी शिक्षक व शिक्षिका इसका उपयोग नही कर रही है। पूछे जाने पर बताया गया कि पाठ्य टीका के लिए पुस्तिक वितरित की गई है, लेकिन इसका पालन नही होता है।
गुम हो गई खेल की घंटी
शिक्षा विभाग के सख्त निर्देश के बाद भी विद्यालयों में खेल की घंटी का पालन नही किया जाता है। टिफीन होते ही मध्याह्न भोजन की प्रक्रिया पूर्ण की जाती है और बच्चों को छुट्टी दे जाती है। विद्यालय में न तो शारीरिक शिक्षक की प्रतिनियुक्ति है और न ही खेल की घंटी का उपयोग किया जाता है। कोरम के नाम पर कैरम बोर्ड व लुडो स्कूल की शोभा बढ़ा रही है।
बालीवाल का क्रय नहीं
हाल ही में डीपीओ जयशंकर ठाकुर ने सभी प्रारंभिक विद्यालयों में बालिकाओं के लिए अनिवार्य रुप से बाली वाल व नेट क्रय करने का आदेश दिया था। चेतावनी दी गई थी जिस स्कूल में बाली वाल व नेट का क्रय नही किया जाता है, संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। बावजूद वाली बाल का क्रय नही किया गया है। पूछे जाने पर प्रधानाध्यापक बताते है कि इस दिशा में जिला से कोई निर्देश अब तक नही मिला है।
पुस्तक बढ़ा रही आलमीरा की शोभा
बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिए पुस्तक क्रय किया गया है, लेकिन किताब विद्यालय में आलमारी की शोभा बढ़ा रहा है। विज्ञान किट बक्से में बंद है।
शत प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति नहीं
मध्य विद्यालय भीसा में नामांकित बच्चों की संख्या 359 व बुधवार की उपस्थिति 209 बताई गई। लेकिन वास्तविक उपस्थित 110 से अधिक नही थी। मध्याह्न भोजन के हिसाब से बच्चों की उपस्थिति दर्ज कराई जाती है। पूछे जाने प्रधानाध्यापक बताते है कि पोषक क्षेत्र में डीएवी स्कूल स्थापित है। लिहाजा बच्चों की उपस्थिति कम रहती है। स्थानीय शिक्षकों का दबदवा प्रधानाध्यापक पर हावी रहता है।
कहते हैं बीईओ
इस संबंध में पूछे जाने पर बीईओ अमरेन्द्र पाठक बताते है कि हाल ही में उक्त स्कूल का निरीक्षण किया गया है। जिसमें एक शिक्षक सोते हुए पाए गए। उन्हें कड़ी चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। निर्देश का अनुपालन नही करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।