नगर परिषद में गुंडा राज
सीतामढ़ी, संवाद सहयोगी : नगर परिषद में गुंडा राज कायम हो गया है। इससे लोगों में आक्रोश है। 27 सितंबर
सीतामढ़ी, संवाद सहयोगी : नगर परिषद में गुंडा राज कायम हो गया है। इससे लोगों में आक्रोश है। 27 सितंबर को सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बुलाई गई विशेष बैठक में लोकतंत्र की हत्या की गई। नगर परिषद के पूर्व उपसभापति युगल किशोर प्रसाद ने आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ये आरोप लगाए। कहा कि उनके चार समर्थकों को वार्ड दस के पार्षद के मकान में नजरबंद कर रखा गया था। इस संबंध में डीएम, एसपी व नगर कोतवाल को सूचना देने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई। सभापति के खिलाफ 12 वार्ड सदस्यों के साथ अविश्वास प्रस्ताव लगाया था। इसका अन्य पांच वार्ड सदस्यों ने भी समर्थन देने का आश्वासन दिया था। 27 को दुर्गा पूजा के कारण उनके समर्थक पार्षद व्यस्त थे। उनके समर्थक पार्षद युगेश्वर पासवान, विनिता देवी, रानी देवी व मंजू देवी को नजरबंद कर वोटिंग से रोका गया। स्थानीय विधायक ने नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार व घोटाला के खिलाफ समर्थन का आश्वासन दिया था पर वह भी मौन रह गए। इस मामले की सीबीआइ जांच होनी चाहिए। न्याय नहीं मिला तो हाईकोर्ट जाएंगे। नगर परिषद में करोड़ों के गबन की योजना बनाई जा रही है। परिषद की जमीन को पीपी मॉडल के तहत लीज पर देकर करोड़ों का वारा-न्यारा करने की तैयारी है। चलंत शौचालय की खरीद पर गिद्ध दृष्टि है। सभापति नगर का विकास करें तो सहयोग किया जाएगा लेकिन घोटाले व भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़क से लेकर न्यायालय तक आवाज बुलंद करेंगे। वार्ड पार्षद डा. अमरनाथ गुप्ता ने कहा कि वोटिंग के दौरान पार्षदों को नजरबंद करने व अविश्वास प्रस्ताव में नोटों के खेल की न्यायिक जांच होनी चाहिए। जांच में आरोप सत्य नहीं पाया गया तो वह पद से इस्तीफा दे देंगे। मौके पर वार्ड पार्षद इंदिरा गुप्ता, धनंजय कुमार, विनय कुमार मिश्र व रकटू प्रसाद मौजूद थे।