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बिहार में गांव को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए बिजली-पानी बंद

बिहार के एक गांव को शौचालय निर्माण में सुस्ती दिखाने पर प्रशासन ने कड़ी सजा देते हुए गांव का बिजली-पानी बंद कर दिया है। इससे गांव वालों में नाराजगी देखी जा रही है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 28 Mar 2017 11:54 AM (IST)Updated: Tue, 28 Mar 2017 10:48 PM (IST)
बिहार में गांव को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए बिजली-पानी बंद
बिहार में गांव को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए बिजली-पानी बंद

शेखपुरा [जेएनएन]।बिहार के एक गांव को शौचालय निर्माण में सुस्ती दिखाने की सजा मिली है। सरकार ने इस गांव का हुक्का-पानी ही बंद कर दिया है। 

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बिहार में शेखपुरा सदर ब्लॉक अंतर्गत महसार गांव में शौचालय निर्माण की गति सुस्त होने पर प्रशासन ने इसकी सजा का एलान करते हुए गांव में बिजली-पानी की सुविधा बंद कर दी है। प्रशासन का कहना है कि जबतक गांव शौचालय निर्माण में तेजी नहीं दिखाता तबतक बिजली और पानी की सुविधा से इसे वंचित रखा जाएगा।

प्रशासन ने अपनी वरीयता सूची में इस गांव को 31 मार्च तक ओडीएफ (ओपन डिफेक्‍शन फ्री) करने की ठानी है, लेकिन सुविधाएं रोककर गांव को खुले में शौच से मुक्त बनाने का दबाव डालने की प्रशासनिक नीति ग्रामीणों को रास नहीं आ रही।

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गांव वालों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि बीडीओ ने शनिवार से पूरे गांव की बिजली काट दी है। पानी की आपूर्ति भी रोक दी गई है। ग्रामीण बजीर यादव, संजीत कुमार व मुकेश कुमार ने बताया कि तीन सौ घरों वाले महसार गांव में शनिवार से बिजली पानी की सप्लाई बीडीओ ने बंद करा दी है।

उधर बीडीओ सुनील कुमार चांद ने बताया कि गांव के कुछ घरों में जहां शौचालय बनवाने में ग्रामीण रुचि नहीं ले रहे, उनका राशन व केरोसिन बंद किया गया है। पूरे गांव की बिजली काटे जाने पर बीडीओ ने कहा कि किसी फॉल्ट से बिजली सप्लाई बंद हुई होगी। बिजली काटे जाने के मामले में कार्यपालक अभियंता मृत्युंजय कुमार ने भी अनभिज्ञता जाहिर की। 

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