पांच से बनेगा गरीबों का स्मार्ट हेल्थ कार्ड
जागरण संवाददाता, शेखपुरा : दो साल से बंद जिला में स्वास्थ्य बीमा योजना का मुफ्त इलाज फिर शुरू होगा।
जागरण संवाददाता, शेखपुरा : दो साल से बंद जिला में स्वास्थ्य बीमा योजना का मुफ्त इलाज फिर शुरू होगा। जिला प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इसी तैयारी को लेकर शुक्रवार को डीएम ने जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में स्वास्थ्य बीमा योजना का जिला में काम करने वाली बीमा कंपनी यूनाइटेड इंडिया इंश्युरेंस कंपनी के प्रतिनिधि के साथ सिविल सर्जन डा. विजय कुमार सिन्हा, वरीय उपसमाहर्ता सुषमा कुमारी, डीआरडीए के डायरेक्टर ऋषि देव झा, वरीय उपसमाहर्ता कामिल अख्तर के साथ जिला के सभी बीडीओ तथा सभी सीडीपीओ भी शामिल हुए। इस बाबत बताया गया कि दो साल से बंद स्वास्थ्य बीमा योजना जिला में फिर से शुरू होगा। इसके लिए अगले महीने से कार्ड बनाने का काम शुरू होगा। इस बाबत डीएम प्रणव कुमार ने सभी बीडीओ तथा सीडीपीओ को निर्देश दिया कि जब कार्ड निर्माण का काम शुरू हो तो अपने-अपने इलाके में ज्यादा मुश्तैदी दिखाएं। कार्यशाला में डीएम ने कहा कि कार्ड बनाने के दौरान बीडीओ तथा सीडीपीओ इस बात का खास तौर पर ध्यान रखें कि कार्ड होल्डर के सभी बाजिव परिवारों का डाटा तथा अंगूठे का निशान सही तरीके से अंकित हो जाए ताकि बाद में लाभुक को किसी तरह की परेशानी नहीं हो। इस बाबत डीएम ने कार्यशाला में कहा कि हर वार्ड स्तर पर कार्ड निर्माण का बूथ बनाने पर जोर दिया।
बीपीएल के अलावे भी गरीब लोग होंगे लाभान्वित
इस बार स्वास्थ्य बीमा योजना में बीपीएल परिवारों के साथ अन्य गरीब परिवार भी इस योजना में शामिल होंगे। इस बाबत कार्यशाला में डीएम प्रणव कुमार ने बताया कि इस बार जो बीपीएल परिवार हैं उनका तो स्मार्ट हेल्थ कार्ड बनेगा ही इसके अलावे बीपीएल से बाहर के बीड़ी मजदूर, दैनिक मजदूर,जाब कार्डधारी मनरेगा मजदूर, ठेला वेंडर आदि का भी स्मार्ट हेल्थ कार्ड बनाया जायेगा। इस कार्यशाला में बीमा कंपनी के अधिकारी ने बताया कि शेखपुरा जिला में 74 हजार 652 बीपीएल परिवार हैं। डीएम ने बताया कि बीपीएल परिवारों के साथ ऊपर कि कटेगरी में आने वालों को भी इस मुफ्त इलाज का लाभ मिलेगा तथा इसके लिए इसे लोगों का भी कार्ड बनाया जायेगा।
योजना में शामिल होने वाले अस्पतालों की शर्त
कार्यशाला में बीमा कंपनी के अधिकारी ने बताया कि इस बार स्वास्थ्य बीमा योजना से सम्बद्ध होने वाले अस्पतालों के लिए शर्त भी कड़ी की गई है। इस बार उन्हीं अस्पतालों को शामिल किया जायेगा जिसमें सोमवार से रविवार तक रोज तीन शिफ्टों में आठ-आठ डाक्टर की सुविधा रहेगी। इसके अलावे अस्पताल में अपना एनेथेशिया का डाक्टर हो। साथ ही सुसज्जित आपरेशन थियेटर का भी रहना जरूरी है। अन्य शतरें में मेडिकल कचरे को निपटाने कि सुविधा के साथ 24 घटे पावर व नर्सिंग की सुविधा भी जरूरी है। बीमा कंपनी के प्रतिनिधि ने बताया कि योजना में शामिल होने वाले अस्पतालों की सारी शतरें कि भौतिक जाच की जायेगी।