श्रीबाबू को मिले भारत रत्न की उपाधि
ब्रम्हर्षि विचार मंच के तत्वावधान में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री स्व.डॉ. श्रीकृष्ण सिंह जयंती पखवारा सह ब्रह्म चेतना त्रैमासिक पत्रिका का लोकार्पण समारोह मंगल भवन में आयोजित किया गई।
शिवहर। ब्रम्हर्षि विचार मंच के तत्वावधान में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री स्व.डॉ. श्रीकृष्ण सिंह जयंती पखवारा सह ब्रह्म चेतना त्रैमासिक पत्रिका का लोकार्पण समारोह मंगल भवन में आयोजित किया गई। जिसका उद्घाटन जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष सतीशनंदन सिंह, महासचिव शिशिर कुमार, पेंशनर समाज के महासचिव रामपदार्थ सिंह, दिग्विजय सिंह एवं सीतामढ़ी से आए अतिथियों ने संयुक्त रुप से किया। मौके पर बिहार केसरी की तस्वीर पर ब्रम्हर्षियों ने पुष्पाजलि अर्पित की। कार्यक्रम की अध्यक्षता सतीशनंदन सिंह ने की वहीं संचालन शिशिर कुमार ने किया।
-बिहार को संवारा और दी अलग पहचान
वक्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबू की जयंती पर व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। कहा कि उन्होंने आधुनिक बिहार को बनाया और अलग पहचान दी। उनका संपूर्ण जीवन राष्ट्रप्रेम से ओतप्रोत था। रामनिवास मिश्रा ने कहा कि उन्हें सरकार द्वारा भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। सहमति बनी कि इसके लिए मुहिम चलाकर सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया जाए।
-ब्रम्हर्षियों को एकजुट होने का आह्वान
मंच से जिले के ब्रम्हर्षियों को अपने स्वर्णिम अतीत का स्मरण करते हुए आपसी एकजुटता बनाने एवं परस्पर सहयोग की भावना बढ़ाने पर बल दिया गया। इस दौरान ब्रह्म चेतना मंच द्वारा प्रकाशित ब्रह्मचेतना त्रैमासिक पत्रिका का लोकार्पण किया गया। आशा व्यक्त की गयी कि उक्त पत्रिका ब्रम्हर्षियों को एक सूत्र में बाधने में सहायक सिद्ध होगी।
-जनप्रतिनिधियों को किया गया सम्मानित
जयंती पखवाड़े पर बीते चुनाव में ब्रम्हर्षि समाज के चुने गये जनप्रतिनिधियों जिला पार्षद सुलेखा देवी, श्रीनारायण सिंह के प्रतिनिधि को, मुखिया चंद्रकला देवी, समीर सौरभ, चंदनकुमार सिंह उर्फ मुन्ना सिंह, सुरभि राज, कमलेंदु कुमार सिंह उर्फ चुनचुन सिंह, सरपंच पवन सिंह, धीरेंद्र कुमार सिंह उर्फ टूटू सिंह, पैक्स अध्यक्ष अजय सिंह, जयप्रकाश शर्मा, विपिन प्रसाद सिंह अजय सिंह, कामोद सिंह, प्रताप सिंह को शॉल एवं विजय माला से सम्मानित किया गया। वहीं ब्रह्म चेतना के संपादक विजयेंद्र आर्य को भी शॉल व माला से सम्मानित किया गया।
मौके पर सीतामढ़ी से आये कृष्णमोहन सिंह, राजेंद्र सिंहा, योगेश कुमार, उपेन्द्र चौधरी,दिनेशचंद्र द्विवेदी, विमल कुमार परिमल सहित रामपदार्थ सिंह,विनय कुमार सिंह, सत्यनारायण सिंह, रामकृपाल शर्मा,डॉ. बैद्यनाथ सिंह, दिग्विजय सिंह, संजय कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह, मोहन फतहपुरी, आदि ने अपने विचार रखे। वहीं मौके पर नीरज निरापद उर्फ मुन्ना सिंह, कृष्णमंगल सिंह, दीनबंधु शर्मा, मनीष कुमार, संतोष कुमार, संतोष कुमार, राजीव कुमार सहित करीब 300 से अधिक ब्रम्हर्षि मौजूद थे।