सरस्वती पूजा 13 को शास्त्र सम्मत
शिवहर। वसंत पंचमी का पर्व इस बार आगामी 13 फरवरी दिन शनिवार को मनाया जना शास्त्र सम्मत है। उक्त जानका
शिवहर। वसंत पंचमी का पर्व इस बार आगामी 13 फरवरी दिन शनिवार को मनाया जना शास्त्र सम्मत है। उक्त जानकारी जिले के विख्यात पंडित कामेश्वर झा ने दी है। भ्रम निवारण के लिए कहा कि या तिथि उदया भानू, सा तिथि सकला भवेत। इसलिए 13 फरवरी शनिवार को हीं सरस्वती पूजन करना श्रेष्ठ है। इस पूजा के प्रादुर्भाव के संदर्भ में पंडित झा ने बताया कि सृष्टि सृजन के बाद मानव सहित अन्य जीव अविवेकी हो स्वकुल नाशक और नरभक्षी होने लगे। तब देवगण चिंतित हो उठे और अपने योगबल से श्वेतागी, श्वेतवसना, श्वेतमालाधारिणी, वीणा पाणिनी के रूप में शक्ति को उत्पन्न किया और वह दिन माघ शुक्ल पंचमी तिथि थी। तभी से ज्ञान और सद्बुद्धि के लिए सरस्वती पूजन किया जाता है। इन्हीं दिनों प्रकृति में भी नव सृजन होता है। ऋतुराज बसंत का आगमन भी इसका प्रमाण है। विद्या व ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती को सृष्टिकर्ता ब्रह्मा की मानसपुत्री भी कहा गया है।
- रविवार को हो सकता है प्रतिमा विसर्जन
पंडित कामेश्वर झा बताते हैं कि पूजन के पश्चात् जलाशयों में प्रतिमा विसर्जन का विधान है। विसर्जन में दिन नहीं तिथि को महत्वपूर्ण बताया गया है। इसलिए किसी भ्रम में पड़ने की आवश्यकता नहीं। रविवार को षष्ठी तिथि में प्रतिमा विसर्जन शास्त्रसंगत है।