Move to Jagran APP

धरातल पर नहीं दिख रही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

शिवहर, संस : एक ओर सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कवायद कर रही है, वहीं धरातल पर विद्यालयों की शिक्षण

By Edited By: Published: Tue, 25 Nov 2014 01:20 AM (IST)Updated: Tue, 25 Nov 2014 01:20 AM (IST)
धरातल पर नहीं दिख रही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

शिवहर, संस : एक ओर सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कवायद कर रही है, वहीं धरातल पर विद्यालयों की शिक्षण व्यवस्था बद से बदतर है। इसका नजारा दाउद छपरा राजकीय प्राथमिक विद्यालय (कन्या) में देखने को मिला।

loksabha election banner

एक गुरुजी संभाल रहे थे : उक्त विद्यालय में कुल चार शिक्षक हैं। सोमवार को महज प्रभारी एचएम संजीव कुमार थे। छात्रों की नामांकित संख्या 186 में 155 थी। विभाग द्वारा छात्र शिक्षक का अनुपात यहां ध्वस्त है। उपस्थित शिक्षक ने कहा कि दो शिक्षक छुट्टी और एक बीआरसी पर गए हैं।

करते हैं रखवाली : 155 बच्चों को पढ़ाना एक शिक्षक के बूते की बात नहीं। सो, उपस्थित शिक्षक बच्चों को घेरकर रखे थे। ताकि मध्याह्न भोजन कर सके।

गेट पर बंद था ताला : विद्यालय के गेट पर ताला जड़ा था। क्योंकि, दो आंखों से इतने बच्चों की निगरानी संभव नहीं है। विद्यालय में शिक्षकों का अभाव या अनुपस्थित इस बात का द्योतक है कि शिक्षक अध्यापन कार्य को गंभीरता से नहीं लेते। मालूम हो कि विद्यालयों से छात्रों को जोड़ने एवं साक्षरता दर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। मगर शिक्षकों की बेरूखी उसे मंजिल तक नहीं जाने देती है। बीईओ जवाहर लाल सहनी ने इसे लापरवाही बताया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.