दहेज विरोधी नाटक का मंचन
शिवहर, संवाद सहयोगी : प्रखंड क्षेत्र के कोठिया गांव में नवयुवक नाट्यकला परिषद ने सिन्दूर और अर्थी ना
शिवहर, संवाद सहयोगी : प्रखंड क्षेत्र के कोठिया गांव में नवयुवक नाट्यकला परिषद ने सिन्दूर और अर्थी नाटक का मंचन किया। इसमें दहेज उन्मूलन से संबंधित कथा है। इसमें एक कंजूस सेठ अपने बेटे की शादी मोटी दहेज लेकर करना चाहता है। नायक बिना दहेज अपनी नौकरानी की बेटी से विवाह रचाकर आदर्श प्रस्तुत करता है। एकांकी में जहां दहेज प्रथा पर करारा प्रहार किया गया है वहीं नारी सशक्तिकरण पर भी जोर दिया गया है। नाट्य प्रस्तुति को दर्शकों ने काफी सराहा। वहीं विलुप्त हो रहे इस विधा को जिंदा रखने के लिए नवयुवकों को सम्मानित किया। नाटक में नायक की भूमिका पत्रकार अजय मिलन, खलनायक की भूमिका ब्रजमोहन प्रसाद गुप्त ने किया। सह नायक में नवीन तिवारी, लक्ष्मी कुमार, अशोक महतो, राम कुमार, ओमप्रकाश रंजन, अर्जुन महतो, राजू महतो, विनोद राय, मनीष कुमार, लखीन्द्र राम, पुरुषोत्तम कुमार, विवेक कुमार, प्रवीण रंजन आदि शामिल थे। मंच संचालन नंदलाल राम ने किया। दूसरे दिन भी 'एक लोटा पानी' नाटक का मंचन किया गया।