अभियान के बावजूद नहीं रुक रहा पलायन
डुमरी कटसरी (शिवहर), संवाद सहयोगी : मतदाता जागरुकता अभियान के बावजूद खेतिहर मजदूरों के पलायन को देखते हुए वोट प्रतिशतता बढ़ने के बजाए कम होने का आसार दिख रहा है। ग्रामीण इलाकों में गेहूं कटाई के बाद मजदूर वर्ग पंजाब और हरियाणा की ओर जा रहे हैं। जहां रबी फसल की कटाई और खरीफ की बुआई कर अच्छी आमदनी कर लेते है। यह आय स्त्रोत वषरें से मेहनतकश मजदूरों के विकास कार्य सहित जीवन यापन का प्रमुख साधन है। इन लोगों की ऐसी अर्थव्यवस्था के सामने मतदान मायने नहीं रखती। ग्रामीण क्षेत्र में कुल उपजाऊ भूमि का करीब 70 प्रतिशत फसल हुंडा और बटाई व्यवस्था पर टिकी है। क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा नहीं होने से वे लोग सिर्फ कृषि व्यवस्था नहीं होने से वे लोग सिर्फ कृषि व्यवस्था पर निर्भर नही रह सकते। उन्हें हर कीमत पर वैकल्पिक व्यवस्था ढूंढनी पड़ती है। अप्रैल माह का एक पखवारा नहीं बीता है, लेकिन करीब 90 प्रतिशत गेहूं कटनी कर अनाज भू स्वामी को अनाज देकर मजदूर पंजाब और हरियाणा जैसे समृद्ध राज्य को चले गये है।