जेपी विवि का दो अरब 77 लाख घाटे का बजट पास
जागरण संवाददाता, छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की बैठक मंगलवार को छात्र संगठनों के विरोध
जागरण संवाददाता, छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की बैठक मंगलवार को छात्र संगठनों के विरोध के बाद भी कुलपति आवास पर हुई। बैठक में जेपी विवि के वर्ष 2015-16 का दो अरब 77 लाख रुपये घाटा अनुदान बजट सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। उधर, छात्र संगठन बंद कमरे में सिंडिकेट की बैठक का विरोध करते हुए कुलपति आवास के बाहर जमकर प्रदर्शन किए। जेपी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. द्विजेंद्र गुप्ता की अध्यक्षता में सिंडिकेट की बैठक हुई। जिसमें सिर्फ एक ही मुद्दा था बजट, जिसे सदस्यों ने सर्वसम्मति से पास कर दिया। जेपी विश्वविद्यालय के पीआरओ डा. आरपी बबलू ने बताया कि बजट में सामंजन कमियों के वेतन का भी प्रस्ताव भेजा गया है। जेपी विवि का करीब दो अरब 77 लाख घाटानुदान बजट पास किया गया है। जिसमें सिंडिकेट के अधिकांश सदस्य मौजूद थे। उल्लेखनीय हो कि करीब आधे घंटे में ही सिंडिकेट की बैठक हो गयी। बैठक में कुलपति के अलावा पीसी साइंस कालेज के प्राचार्य सह सिंडिकेट सदस्य डा. एसएस हुसैन, डा.रामफेर, वैद्यनाथ सिंह विकल आदी मौजूद थे।
छात्र संगठनों ने किया वीसी आवास पर प्रदर्शन
-छात्रों ने कई सदस्यों को बैठक में नहीं जाने दिया
जासं, छपरा : जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की बैठक कुलपति आवास पर कराने का विरोध करते हुए मंगलवार को छात्र संगठनों ने प्रदर्शन किया। छात्र संगठनों ने वीसी आवास पर जमकर हंगामा किया और बंद कमरे में गलत ढंग से सिंडिकेट कराने की निंदा की। शोध विद्यार्थी संगठन, छात्र समागम एवं छात्र राजद के कार्यकर्ताओं ने सिंडिकेट की बैठक का विरोध करते हुए कहा कि कुलपति खुद ही आरोपी हैं तो वे कैसे सिंडिकेट की बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। विवि नियम के अनुसार सिंडिकेट की बैठक विश्वविद्यालय मुख्यालय में होनी चाहिए, लेकिन विवि प्रशासन बंद कमरे में सिंडिकेट की बैठक करा रहा है।
डीएसडब्लू से छात्रों ने की धक्कामुक्की
सिंडिकेट की बैठक का विरोध करते हुए छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं ने कई सदस्यों को बैठक भाग लेने कुलपति आवास में नहीं जाने दिया। जिसके कारण वे गेट से ही बैरंग लौट गये। मिली जानकारी के अनुसार छात्रों ने डीएसडब्लू डा. आरबी कुमार को उनकी गाड़ी से उतरने नहीं दिया और उनके साथ धक्कामुक्की कर वापस भेज दिया। सिंडिकेट सदस्य डा. शालीग्राम विश्वकर्मा, भाजपा नेता सह सिंडिकेट सदस्य अजीत कुमार सिंह को भी छात्रों ने सिंडिकेट की बैठक में भाग नहीं लेने दिया। जिसके बाद वे भी बैरंग लौट गये। पीजी शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा. अब्दुल मालिक भी बैठक में भाग नहीं लिए। प्रदर्शन कर रहे छात्र विवि प्रशासन के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। जब छात्र संगठन के सदस्य प्रदर्शन कर रहे थे तो करीब एक दर्जन लोग वहां एक जीप से उतरे और जीप सीधे चल दी। छात्रों को किसी अनहोनी की शंका होने पर वे उसकी सूचना एसडीओ कयूम अंसारी, एसडीपीओ राज कुमार कर्ण एवं भगवान बाजार थानाध्यक्ष महेश प्रसाद यादव को दिए। पुलिस भी सूचना के बाद तुरंत वहां पहुंच गयी।
एसडीओ की पहल पर छात्रों से हुई वार्ता
एसडीओ कयूम अंसारी की पहल पर वीसी आवास पर प्रदर्शन कर रहे छात्र संगठनों के नेताओं से विश्वविद्यालय पदाधिकारियों की वार्ता करायी गयी। जिसमें छात्र नेताओं ने स्नातक द्वितीय खंड के रिजल्ट में गड़बड़ी सुधारने एवं पीजी में नामांकन की तिथि बढ़ाने की मांग की। हालांकि इस दौरान कुलपति वहां मौजूद नहीं थे। प्रतिनिधि मंडल में धीरज कुमार सिंह, चुन्नू सिंह, छात्र समागम के रणविजय कुमार सिंह, रचित भारती एवं छात्र राजद के नेता शामिल थे।