आंगनबाड़ी में सुधार न देख भड़के डीएम
जागरण संवाददाता, छपरा : जिलाधिकारी ने बाल विकास परियोजना को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए कार्रवाई श
जागरण संवाददाता, छपरा : जिलाधिकारी ने बाल विकास परियोजना को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। उन्होंने अपना मोबाइल नंबर जारी कर कहा है कि किसी भी सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका या किसी भी बिचौलिए द्वारा पैसे की मांग की जाती है तो सेविका-सहायिका उनके मोबाइल नंबर पर बेहिचक शिकायत करें। पैसा मांगने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी दीपक आनंद मंगलवार को बाल विकास परियोजना में संचालित योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। जिसमें बेहतर कार्य न देख वे भड़क गए और उन्होंने संबंधित अधिकारियों की जमकर क्लास लगा दी। उन्होंने कहा कि दो माह से मैं इस जिले में हूं, लेकिन आंगनबाड़ी में सुधार नहीं हो रहा है। आंगनबाड़ी केन्द्रों से अवैध राशि की वसूली करने की लगातार शिकायतें मिल रही है। जिलाधिकारी ने सख्त लहजे में कहा कि इसमें सुधार लाया जाए वर्ना जिले की छवि खराब करने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों को चिन्हित कर निगरानी विभाग एवं आर्थिक अपराध के माध्यम से कार्रवाई कराते हुए कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। जो दूसरे अन्य अधिकारियों के लिए सबक बनेगा। डीएम ने गड़खा, मढ़ौरा, मशरक की सीडीपीओ का कार्यकलाप बदतर देख असंतोष व्यक्त करते हुए उनका वेतन अगले आदेश तक बंद रखने का आदेश दिया। डीएम ने गड़खा गड़खा परियोजना के प्रधान सहायक द्वारा लेखा का प्रभार नहीं लिए जाने को गंभीरता से लेते हुए उसके विरुद्ध कार्रवाई करने को प्रतिवेदन देने का आदेश सीडीपीओ को दिया। मकेर परियोजना के प्रधान सहायक के विरुद्ध भी कार्रवाई का आदेश दिया। वहीं मकेर की महिला पर्यवेक्षिका द्वारा कार्य में अभिरुचि नहीं लेने को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने उन्हें चयनमुक्त करने का आदेश दिया। बैठक में जिला प्रोग्राम अधिकारी संतोष कुमार, डीपीआरओ बीके शुक्ला आदि मौजूद थे।