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संस्कृत कॉलेजों में शीघ्र शुरू होगा व्यावसायिक पाठ्यक्रम : कुलपति

जागरण संवाददाता, छपरा : कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डा.देवनारायण झा ने कहा

By Edited By: Published: Tue, 28 Oct 2014 01:05 AM (IST)Updated: Tue, 28 Oct 2014 01:05 AM (IST)
संस्कृत कॉलेजों में शीघ्र शुरू होगा व्यावसायिक पाठ्यक्रम : कुलपति

जागरण संवाददाता, छपरा : कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डा.देवनारायण झा ने कहा कि संस्कृत के समग्र विकास के लिए लिए शिक्षकों को आदर्श बनना होगा। तभी संस्कृत का विकास संभव है। राज्य के सभी संस्कृत कॉलेजों में भी अब व्यवसायिक शिक्षा की पढ़ाई होगी। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। कुलपति सोमवार को शहर के रतनपुरा स्थित भारतेश्वरी माड़वाड़ी संस्कृत महाविद्यालय का निरीक्षण करने के लिए यहां आए हुए थे।

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उन्होंने जागरण से वार्ता करते हुए कहा कि मैं दिन रात संस्कृत व संस्कृत कालेजों का विकास करने के लिए एक सिपाही की तरह लगा हुआ हूं। मैं चाहता हूं कि संस्कृत, संस्कृत कालेजों तथा संस्कृत विश्वविद्यालय का समग्र विकास हो। उन्होंने कहा कि वसुदेव कुटुम्बकम की व्याख्या केवल किताबों में ही नहीं रहे धरातल पर भी दिखे, इसके लिए मैं लगातार कार्य कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि राजभवन से आदेश मिलने के साथ ही संस्कृत कालेजों में कम्प्यूटर का कोर्स एवं आयुर्वेद डिप्लोमा की पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं विश्वविद्यालय का पदाधिकारी नहीं हूं। मैं तो संस्कृत की सेवा करने वाला एक सिपाही हूं। जिससे कि संस्कृत का स्तर उपर उठ सके। इसके लिए मैं हर संभव प्रयास करूंगा। उन्होंने संस्कृत कालेजों के शिक्षकों से अपील किया की वे संस्कृत कालेजों में पढ़ाई का बेहतर माहौल बनाएं। जिससे संस्कृत पढ़ने के लिए छात्रों में रुचि बढ़े।

कुलपति व कुलसचिव ने किया संस्कृत कॉलेज का निरीक्षण

जासं, छपरा : कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डा.देवनारायण झा एवं कुलसचिव डा.मनोरंजन कुमार दुबे ने सोमवार को शहर के रतनपुरा स्थित भारतेश्वरी माड़वाड़ी संस्कृत महाविद्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कुलपति ने ग्यारह माह से शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के लंबित वेतन भुगतान व अन्य समस्याओं का आन द स्पाट निष्पादन किया।

विदित हो कि इस कॉलेज में करीब 11 माह से शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन भुगतान को लेकर विवाद चल रहा था। उसके बाद विश्वविद्यालय ने आदेश दिया तो प्रभारी प्राचार्य ने पांच शिक्षकों को छोड़कर अन्य शिक्षकों का वेतन भुगतान कर दिया था। इसको लेकर कॉलेज के शिक्षकों ने कुलपति से वेतन भुगतान की गुहार लगाई थी। शिक्षकों की गुहार पर कुलपति व कुलसचिव ने सोमवार को भारतेश्वरी माड़वाड़ी संस्कृत कालेज का निरीक्षण किया। जिसमें कुलपति व कुलसचिव ने शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की समस्याओं को सुनी और उसका आन द स्पाट निष्पादन किया। कुलपति के आदेश पर कुलसचिव ने शिक्षकों व शिक्षकेतर कर्मचारियों के लंबित वेतन को तुरंत भुगतान करने का निर्देश दिया। कुलपति ने शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की अन्य समस्याएं भी सुनी और उसका निष्पादन करने का निर्देश दिया। इस मौके पर प्रभारी प्राचार्य नागेश्वर मिश्र, डा.गजानन पांडेय, डा. चन्द्रभान त्रिपाठी, प्रो.केबी सिंह सहित कालेज के सभी शिक्षक व कर्मचारी मौजूद थे।


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