सीआरपीएफ जवान का शव पहुंचते ही मचा कोहराम
संसू, जलालपुर (सारण) : सीआरपीएफ की 36वीं बटालियन में असम के नलबाड़ी में तैनात हवलदार मो. हमीद की मृत्यु रविवार की सुबह जीएमसीएच में हो गयी। मो. हमीद सारण जिले के सम्होता गांव निवासी थे। पिछले वर्ष अगस्त में इसी गांव के प्रेमनाथ सिंह पूछ में शहीद हो गये थे। रविवार को जब घर वालों को यह सूचना मिली तो घर में कोहराम मच गया। लोग हमीद के शव का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। मंगलवार को दस बजे के करीब हमीद का शव उनके घर लाया गया। बड़ा गांव होने से भीड़ भी बहुत बड़ी जुट गयी। घर वाले पछाड़ खाकर रो रहे थे। 116 बटालियन के सिपाही सुधीर कुमार, एसआई इंद्रजीत सिंह व दर्जनभर साथी जवान गुवाहाटी से शव लेकर यहां आए थे। सम्होता के कब्रिस्तान में हमीद को जवानों ने शस्त्र उलटाकर सलामी दी। साथ आये सिपाही सुधीर कुमार और इंद्रजीत सिंह से जब मृत्यु का कारण पूछा गया तो इनलोगों ने बताया कि हाइपरटेंशन से हमीद की मृत्यु हुई है। हमीद की बेवा मैमुन को 15000 रुपये बटालियन की ओर से अंतिम संस्कार को दिए गए। इस मौके पर कोपा थाना के एसआई रामविनोद सिंह चौकीदार के साथ मौजूद थे। हमीद के अंतिम दर्शन के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा था। सबकी आंखें नम थी। गांव की कुछ महिलाएं हमीद की पत्नी को संभाल रहीं थीं। हमीद के घर वालों ने बताया कि वह अपनी ड्यूटी के दौरान कई अलगाववादियों तथा उग्रवादियों को अपनी गोली का निशाना बना चुके थे। पूर्व मुखिया अमरनाथ प्रसाद, उपमुखिया भरत प्रसाद, सरपंच विनोद प्रसाद, बीडीसी प्रतिनिधि सुभाष सिंह सहित कई लोगों ने हमीद के घर पहुंच परिजनों को ढांढस बंधाया।