लोकपाल कार्यालय नहीं पहुंच रहे मजदूर
जासं, भभुआ (कैमूर) : जिले के मजदूरों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत काम दिलाकर उन्हें स्वावलंबी बनाने में प्रशासन जुटा है। परन्तु उपलब्ध कराये गये कार्य की मजदूरी कुछ मजदूरों को नहीं मिल रही है। ऐसे मामले की सुनवाई के लिए जिला स्तर पर मनरेगा लोकपाल कार्यालय की स्थापना की गई है। लेकिन जिले में मनरेगा मजदूरों को मनरेगा लोकपाल कार्यालय के बारे में जानकारी नहीं है। जिसके चलते मनरेगा मजदूर अपनी समस्या के निदान के लिए कार्यालय तक नहीं पहुंचकर अपनी शिकायत नहीं दर्ज करा रहे हैं। मनरेगा लोक पाल कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कार्यालय को खुले लगभग एक वर्ष का समय बीत चुका है। लेकिन जागरूकता के अभाव में मजदूर फरियादी कार्यालय नहीं पहुंच पा रहे है।
क्या कहते हैं अधिकारी
मनरेगा लोकपाल पदाधिकारी राम जी पांडेय ने पूछे जाने पर बताया कि मेरे पास कैमूर सहित दो जिले का कार्य प्रभार है। तीन दिन कैमूर व तीन दिन रोहतास जिला में बैठता हूं। उन्होंने कहा कि जागरूकता के नहीं होने के कारण मनरेगा मजदूर अपनी शिकायतों को कार्यालय में दर्ज नहीं करा पा रहे है। उन्होंने कहा कि अभी तक केवल छह मामले आये थे। जिन से 4 मामलों का निस्तारण हो चुका है। शेष दो लबिंत है। लंबित मामले मजदूरी संबंधित है जिनमें से बबन मुसहर डुमरैठ भभुआ व प्रदीप कुमार खड़सरा दुर्गावती के हैं। लोकपाल पदाधिकारी श्री पांडेय ने बताया कि पीओ से अनुपालन कराने को कहा जाता है। उसके बाद नोटिस की जाती है।