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एलएनबी उच्च विद्यालय के प्राचार्य कक्ष में जड़ा ताला

By Edited By: Published: Wed, 03 Sep 2014 10:09 AM (IST)Updated: Wed, 03 Sep 2014 10:09 AM (IST)
एलएनबी उच्च विद्यालय के प्राचार्य कक्ष में जड़ा ताला

जागरण संवाददाता, छपरा :

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शहर के लक्ष्मी नारायण ब्राह्माण उच्च विद्यालय के प्राचार्य कक्ष में पिछले एक पखवारे से प्रचारी प्राचार्य के विवाद में दो शिक्षक अपना-अपना ताला जड़ दिए हैं। शिक्षकों के इस रवैये से विद्यालय में पढ़ाई पर तो प्रतिकूल असर पड़ ही रहा है, प्लस टू में नामांकन भी प्रभावित हो रहा है। विद्यार्थियों और शिक्षकों की उपस्थिति भी सही ढंग से नहीं बन पा रही है। प्लस टू में नामांकन के आवेदन फार्म भी प्राचार्य कक्ष में बंद है। मैट्रिक के कई विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा संबंधित कागजात भी प्राचार्य कक्ष में ही है। कक्ष में लगा ताला नहीं खुलने से कार्य प्रभावित हो रहा है। बताते चलें कि विद्यालय में विवाद प्राचार्य सीता मिश्रा की सेवानिवृत्ति के बाद शुरू हुआ। सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने वरीय शिक्षक श्रीराम यादव को प्रभार न देकर कनीय शिक्षक शंभू तिवारी को प्रभार सौंप दिया। जिसके बाद श्रीराम यादव ने जिला शिक्षा पदाधिकारी मधुसूदन पासवान से गुहार लगायी। वहां से वरीय शिक्षक श्रीराम यादव को प्रभार देने का निर्देश दिया गया, लेकिन इसी बीच शंभू तिवारी ने विद्यालय के एक अन्य शिक्षक सतीश कुमार मिश्रा को प्रभार दे दिया। जिसके बाद सतीश मिश्रा ने प्राचार्य कक्ष में ताला जड़ दिया। जब श्रीराम यादव ने प्राचार्य कक्ष में ताला देखा तो वे भी अपना एक ताला प्राचार्य कक्ष में लगा दिये। सतीश मिश्रा ने शंभू तिवारी से प्रभार लिया था। इसलिए वे उन्हें ही चाबी देने की बात कह रहे हैं। वही शंभू तिवारी पूर्व प्राचार्य सीता मिश्रा से प्रभार लेने की बात बता रहे हैं। विद्यालय सूत्रों ने बताया कि दोनो शिक्षक अलग-अलग जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर प्राचार्य कक्ष का ताला खुलवाने की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक विद्यालय के प्राचार्य कक्ष का ताला नहीं खुला है। बच्चे कह रहे हैं कि पढ़ाई की जगह यह विद्यालय राजनीति का अखाड़ा बन गया है।

वर्जन :

एनएलबी उच्च विद्यालय में वरीय शिक्षक श्रीराम यादव हैं। वे ही विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य होंगे। जहां तक प्राचार्य कक्ष में तालाबंदी की बात है, तो यह सरासर गलत है। डीपीओ को भेजकर अविलंब ताला खोलवाया जायेगा। विद्यालय को राजनीति का अखाड़ा कतई नहीं बनने दिया जायेगा।

मधुसूदन पासवान,

जिला शिक्षा पदाधिकारी, सारण


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