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स्कूली छात्राओं के खाता खोलने में बैंक कर रहे आनाकानी

By Edited By: Published: Thu, 21 Aug 2014 01:05 AM (IST)Updated: Thu, 21 Aug 2014 01:05 AM (IST)
स्कूली छात्राओं के खाता खोलने में बैंक कर रहे आनाकानी

जासं, छपरा : हाईस्कूल में पढ़ने वाली कक्षा नौवीं की एससी, एसटी कोटि की छात्राओं को केन्द्र सरकार से आगे की पढ़ाई व आर्थिक मदद की दृष्टि से तीन हजार रुपये का फिक्स डिपोजिट कराया जाता है। इसके लिए छात्राओं का बैंक में खाता खोला जाना है। जिले में अभी तक 832 छात्राओं में से महज 150 छात्राओं का ही खाता खुल सका है। लिहाजा, केन्द्र सरकार की एनएसआईजीएसई योजना का लाभ छात्राओं को मिलने में परेशानी हो रही है। प्रधानाध्यापकों ने डीईओ को रिपोर्ट किया है कि छात्राओं का खाता खोलने में बैंक रूचि नहीं ले रहे हैं। जिसके कारण खाता नहीं खुल पा रहा है। डीईओ मधुसूदन पासवान ने सभी हेडमास्टरों को सख्त हिदायत दी है कि छात्राओं का खाता शीघ्र खोलवाया जाये ताकि योजना का लाभ उन्हें मिल सके। बता दें कि नेशनल स्कीम आफ इन्सोरेंस टू ग‌र्ल्स फोर सेकेण्डरी एजुकेशन योजना के तहत नवम वर्ग में नामांकित एससी, एसटी वर्ग एवं कस्तूरबा विद्यालय से पास बालिकाएं जिनकी उम्र 16 वर्ष है, उनके लिए तीन हजार रुपये बैंक में डिपोजिट किया जाता है। इस राशि को छात्राएं 18 वर्ष की उम्र में प्राप्त कर सकती हैं। उस राशि से छात्राएं आगे की पढ़ाई एवं आर्थिक परेशानियों से निपट सकती हैं, लेकिन सारण जिले में बैंक प्रबंधकों एवं हेडमास्टरों की लापरवाही के कारण इसका लाभ छात्राओं को जल्दी नहीं मिल पा रहा है।


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