हर-हर महादेव व बोल बम के जयघोष से गूंजे शिवालय
जागरण संवाददाता, छपरा : सावन की तीसरी सोमवारी को जिले के सभी शिवालय हर-हर महादेव व बोलबम के जयघोष से गूंज उठे। भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक करने के लिए शिवालयों में आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा। शहर से लेकर गांव तक शिवालयों में श्रद्धालु नर-नारी पूरी आस्था व विश्वास के साथ पूजा-अर्चना की। मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ दोपहर तक लगी रही। श्रद्धालुओं ने भगवान शंकर की पूजा-अर्चना पूरे विधि विधान से की। शहर के धन्नी धर्मनाथजी मंदिर में अल सुबह से ही भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना को श्रद्धालु नर-नारी पहुंच गये थे। वहां मेले जैसा दृश्य दिखायी पड़ रहा था। इसके अलावा प्रभुनाथ नगर स्थित शिव शक्ति मंदिर में महिलाओं की पूजा अर्चना करने की भीड़ लगी थी। मौना गोला रोड स्थित शिवालय में विशेष पूजा अर्चना की गयी। श्रद्धालुओं ने घर में भी भगवान शंकर की पूजा- अर्चना की। पंडित संपत कुमार मिश्र ने बताया कि भगवान शंकर को दूध, जल, घी, शहद, शक्कर मिलाकर जलाभिषेक करने से विशेष फल मिलता है। भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा-अर्चना की जरूरत नहीं होती है। उन्होंने कहा कि जल व दूध से अभिषेक करने से भी भगवान शंकर खुश हो जाते हैं। इसलिए उन्हें भोलेदानी भी कहा जाता है।
आकर्षक ढंग से सजे शिवालय
सावन की तीसरी सोमवारी पर मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। शिव मंदिरों को रंगबिरंगी बल्ब से सजाया गया था। शाम के समय मंदिर रोशनी से जगमगाने लगे। शहर के धर्मनाथ मंदिर, मासूमेश्वर मंदिर को फूलों से सजाया गया था। इसके अलावा शिवशक्ति मंदिर, प्रसिद्ध बाबा हरिहर नाथ मंदिर, लहलादपुर स्थित ढोढ़नाथ मंदिर, मढ़ौरा स्थित शिल्हौरी मंदिर में पूजा- अर्चना के लिए जिलेभर से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी। मौना गोला रोड स्थित शिवालय, दौलत गंज स्थित बटुकेश्वर नाथ मंदिर, साढ़ा रोड शिव मंदिर, नील कंठेश्वर महादेव सहित अन्य शिवालयो को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। वहां श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए विशेष व्यवस्था की गयी थी।
ढोंढनाथ व शिल्हौड़ी शिव मंदिर में उमड़े श्रद्धालु
मढ़ौरा से संवाद सहयोगी के अनुसार पवित्र माह सावन के तीसरी सोमवारी पर जिले के प्रसिद्ध ढोंढनाथ शिव मंदिर एवं शिल्हौड़ी स्थित शिलनिधि मंदिर में पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी। वहां मेले जैसा नजारा दिख रहा था। कई कांवरिया पहलेजा एवं डोरीगंज से पवित्र जल भरकर जलाभिषेक करने पहुंचे थे। संसू एकमा के अनुसार प्रखंड के सभी शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालु शिवालयो में उमड़ पड़े थे।