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भोजपुरी लोक कथाओं का गुलदस्ता है भरबीतन

By Edited By: Published: Mon, 28 Jul 2014 01:05 AM (IST)Updated: Mon, 28 Jul 2014 01:05 AM (IST)
भोजपुरी लोक कथाओं का गुलदस्ता है भरबीतन

जासं, छपरा : शहर के स्नेही भवन में जगदम कालेज के पूर्व प्राचार्य प्रो. कृष्ण कुमार द्विवेदी द्वारा लिखित भोजपुरी लोक कथा संग्रह भरबीतन का लोकार्पण समारोह पूर्वक हुआ। लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए बीआरए बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर के पीजी भोजपुरी विभाग के विभागाध्यक्ष जयकांत सिंह जय ने कहा कि यह पुस्तक भोजपुरी लोक कथाओं का गुलदस्ता है। जिसमें कई दादा-दादी के लोक कथाओं का संग्रह किया गया है। यह एक दुर्लभ पुस्तक साबित होगी। उन्होने कहा कि यह खुशी की बात है कि सारण के लोक भोजपुरी भाषा के विकास के लिए चिन्हित हैं। लेकिन विद्वानों को चिंता नहीं चिंतन करना चाहिए। पुस्तक के लेखक पूर्व प्राचार्य प्रो. कृष्ण कुमार द्विवेदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस पुस्तक में 44 भोजपुरी लोक कथाओं का संग्रह किया गया है। जो हम अपने मां, दादा, दादी से सुना करते हैं। यह संस्कृति लुप्त न हो जाये इसलिए इसे लिपिबद्ध किया गया है। इसके पूर्व संयुक्त रूप से दीप जलाकर लोकार्पण समारोह का उद्घाटन किया गया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्य रामविनोद सिंह, प्रो. एचके पाण्डेय, नाटककार अमिय नाथ चटर्जी, दक्ष निरंजन शंभू, पूर्व एआरडीडी ब्रजेन्द्र कुमार सिन्हा, अखिलेश कुमार भोला, प्रो. डीपी सिन्हा, श्याम चमरिया, रघुवीर प्रसाद, श्यामनारायण प्रसाद, विजय कुमार सिन्हा, सुरेश प्रसाद श्रीवास्तव, सरोज कुमार, डा. अनिता सहित शहर के कई साहित्यकार, कलाकार एवं गणमान्य लोग मौजूद थे।


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