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नये क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा गंगा का पानी

शाहपुर पटोरी अनुमंडल के तीनों प्रखंडों में बाढ़ की स्थिति स्थिर बनी हुई है। मोहनपुर तथा मोहीउद्दीननगर के दक्षिणी भाग में पानी की स्थिति जस की तस है जबकि उतरी भागों में जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है।

By Edited By: Published: Wed, 24 Aug 2016 01:05 AM (IST)Updated: Wed, 24 Aug 2016 01:05 AM (IST)
नये क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा गंगा का पानी

समस्तीपुर। शाहपुर पटोरी अनुमंडल के तीनों प्रखंडों में बाढ़ की स्थिति स्थिर बनी हुई है। मोहनपुर तथा मोहीउद्दीननगर के दक्षिणी भाग में पानी की स्थिति जस की तस है जबकि उतरी भागों में जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। पटोरी प्रखंड के पांच पंचायतों में तेजी से पानी फैलने लगा है और इस क्षेत्र के लोग सुरक्षित स्थानों के लिए पलायन करने लगे है। पटोरी प्रखंड के ही रूपौली पंचायत के चकसीमा और सुलतानपुर छौड़ाही में बाढ़ की स्थिति बिगड़ने लगी है। बाढ़ के कारण गोरगामा-मोहनपुर पथ पर तीन फीट तक पानी चढ़ गया है जबकि सरारी-पटोरी पथ तथा पटोरी-राजबब्बर चौक पथ पर मंगलवार से आवागमन बंद हो गया है। इधर चकसाहो-बिन्दगामा पथ पर भी काफी अधिक ऊंचाई तक पानी बहने लगा है। मोहनपुर और धमौन के बड़े हिस्से का सम्पर्क अब मुख्यालय से बिल्कुल टूट गया है। बाढ़ के दौरान आज भी हजारों लोग अनुमंडल क्षेत्र के दक्षिणी हिस्से और दियारा क्षेत्र में फंसे हुए है। लोगों का कहना है कि सरकार के द्वारा उपलब्ध करायी गयी नौका इतना कम है कि फंसे हुए लोगों को निकाला नहीं जा सकता। इधर दियारा क्षेत्र के अन्य हिस्सों में लोग बीमार पड़ने लगे है और कच्चे मकानों के गिरने की खबर मिलने लगी है। पानी के कारण लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा तो दूर राहत सामग्री तक नहीं पहुंच पा रही है। एनडीआरएफ की टीम बचाव के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही है। जौनापुर और दक्षिणी डुमरी में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए विशेष प्रबंध किया जा रहा है। मकान ढहने से 62 वर्षीय डुमरी निवासी रामभवन राय की मौत मंगलवार की दोपहर हो गयी। पटोरी प्रखंड के इनायतपुर में अविनाश राय के पुत्र विभाष कुमार (19) की मौत बाढ़ के पानी में डूबने से हो गई। वहीं रसलपुर के समीप सोमवार को डूबे रोहित की लाश देर शाम निकाली जा सकी। लोगों ने बताया कि कुछ हिस्सों में गंगा का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है वहीं वाया नदी में तीव्र गति से उफान पर है। कई जगहों पर गंगा और वाया नदी के मिल जाने से बाढ़ की स्थिति और बिगड़ती जा रही है।

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नहीं मिल रहा राहत शिविर का लाभ

पूरे अनुमंडल में लगभग डेढ़ दर्जन स्थलों पर राहत शिविर चलाये जा रहे है किन्तु बाढ़पीड़ितों को इसका लाभ पूर्णत: नहीं मिल रहा है। कई बाढ़पीड़ितों ने इस आशय की शिकायत अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों से की है। इनायतपुर, हरदासपुर, चांदपुर में चल रहे राहत शिविरों में काफी कम संख्या में लोग रह रहे है। वहीं मोहनपुर के भी चकसाहो में चलाये जा रहे बाढ़ राहत शिविर में तीसरे दिन भी काफी संख्या में लोग खाना खाये और लोग यहां जानकारी के अभाव में नहीं रह पा रहे है।

ढ़हने लगे लोगों के घर

बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में लोगों का घर अब ढ़हने लगा है। दक्षिणी डुमरी में जवाहर राय, इन्द्र राय, जगदीश राय और रामभवन राय सहित आधे दर्जन लोगों का घर मंगलवार को ढ़ह गया। कई झोपड़ियां टूटकर क्षतिग्रस्त हो गई। कच्चे मकानों में दरारे पड़ गई हैं और कई पक्के मकान भी लगातार जल जमाव के कारण क्षतिग्रस्त होने लगे हैं। एक तो चारों ओर से भरा हुआ पानी अब मकान गिरने का आफत। लोग अब अपने मकानों में न सोकर बाहर पानी में चौकी निकालकर उस पर सोते है।


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