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पीएनबी कैशवैन लूट: समस्तीपुर में 45 लाख रुपये के साथ पकड़े गये तीन लुटेरे

पुलिस ने बैंक लूट कांड में अपराधियों द्वारा लूटे गए 60 लाख रुपये में से 45 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं। साथ ही इस मामले में तीन अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया है।

By Kajal KumariEdited By: Published: Wed, 29 Mar 2017 01:14 PM (IST)Updated: Wed, 29 Mar 2017 08:46 PM (IST)
पीएनबी कैशवैन लूट: समस्तीपुर में 45 लाख रुपये के साथ पकड़े गये तीन लुटेरे
पीएनबी कैशवैन लूट: समस्तीपुर में 45 लाख रुपये के साथ पकड़े गये तीन लुटेरे

पटना [जेएनएन]। बाढ़ के बेलछी बाघा टीला पीएनबी बैंक लूट मामले में पटना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पटना एसएसपी मनु महाराज ने फिर एक बार अपने अनुसंधान के हुनर का जलवा दिखाया और उनके नेतृत्व में काम कर रही टीम ने न सिर्फ लूट कांड का उद्भेदन किया बल्कि लूट के 45 लाख रुपए भी बरामद कर लिए हैं।

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तीन अपराधियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और पुलिस अभी घटना के एक लोकल किंगपिन और आठ लाख रुपए बरामद करने के लिए छापेमारी कर रही है। पटना एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में पटना पुलिस की स्पेशल टीम बेलछी बाघा टीला  बैंक लूट मामले की जांच कर रही थी।
मोबाइल सर्विलांस और मोबाइल कंपनियों द्वारा जुटाए गए डंप डाटा के आधार पर पुलिस का अनुसंधान आगे बढ़ा और समस्तीपुर में अपराधियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। 
समस्तीपुर के मोहद्दीनगर इलाके में पुलिस की टीम में लगातार छापामारी कर रही है। हालांकि अभी तक तीन अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है उनके पास हथियार भी बरामद किए गए हैं। ट्रिपल मर्डर के बाद लूटे गए साठ लाख रुपयों में से पैंतालीस लाख रुपए पुलिस ने बरामद कर लिया है लेकिन अभी भी पुलिस आठ लाख रुपए बरामद करने की कवायद कर रही है। 

पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घटना को अंजाम देने वाले अपराधी समस्तीपुर के मोहउद्दीनगर इलाके के हैं और उनको बेलछी का एक स्थानीय सपोर्ट भी हासिल था। पुलिस समस्तीपुर के अपराधियों को लोकल मदद मुहैया कराने वाले किंगपिन की तलाश कर रही है। माना जा रहा है कि इसके पास आठ लाख रुपए अभी भी मौजूद हैं। 
रुपयों को दूध के कंटेनर में छुपाया जाने की भी सूचना मिली है। हालांकि लूटे गए साठ लाख रुपयों में से छः लाख रुपए अपराधियों द्वारा खर्च किए जा चुके हैं ।
पुलिस की लगातार सक्रियता के कारण लूटे गए रुपयों को एडजस्ट करना काफी मुश्किल हो रहा था लिहाजा सभी रुपयों को अपराधी अपने घर तथा सुरक्षित ठिकाने पर दबा कर रखे हुए थे। अपराधी आवश्यकतानुसार पैसे को निकाल कर खर्च कर रहे थे। 

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