बैंकों पर पुलिस की पैनी नजर
जिलों में हाल के दिनों में हुई बैंक लूट की घटनाओं को पुलिस महकमा ने गंभीरता से लिया है।
समस्तीपुर । जिलों में हाल के दिनों में हुई बैंक लूट की घटनाओं को पुलिस महकमा ने गंभीरता से लिया है। पुलिस महानिदेशक के पत्र के बाद पुलिस कप्तान नवल किशोर ¨सह ने आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। अपराधी गिरोहों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। बैंक के अंदर व बाहरी भाग की सुरक्षा का खास ध्यान रखा जा रहा है। बैंक के अंदर जाने वाले हर व्यक्ति पर पुलिस की पैनी निगाह है। सभी बैंकों में सीसीटीवी कैमरे को टंच कर दिया गया है। चौक-चराहों पर बाइक की चे¨कग की जा रही है। कई जगहों पर वाहनों की रेंडम चे¨कग की भी व्यवस्था की गई है।
चल रहा रोको-टोको अभियान
दैनिक गश्ती के दौरान बैंकों के आसपास के चौराहों पर दुकानों के साथ वाहनों का चे¨कग की जा रही है। साथ हीं बैंकों के मुख्य द्वार व आसपास का भौतिक सत्यापन एवं चौकीदारों की जवाबदेही का दायरा निर्धारित कर नियमित गश्त करायी जा रही है।
बैंकों के अंदर की सुरक्षा का भी रखा जा रहा ख्याल
बताया गया है कि पुलिस कर्मी जब भी बैंकों की चे¨कग में जाये तो बैंक के आसपास चे¨कग के बाद अंदर रहने वाले ग्राहकों का भी सत्यापन कर रही है। साथ हीं बैंक के अंदर प्रवेश करने वालों की गहन जांच की जा रही।
अचानक हो रही वाहन चे¨कग
सभी थाना पुलिस से अपने-अपने क्षेत्र में अचानक वाहन चे¨कग कर रही है। ऐसा करने से अपराधियों के विचरण में अड़चन आ रही है।
कैश ट्रांसफर के पूर्व करे सूचित
कहा गया है कि करेंसी चेस्ट से रोकड़ के आवागमन की जानकारी संबंधित बैंककर्मी को ही होनी चाहिए। वहीं संबंधित बैंककर्मी द्वारा कैश ट्रांसफर के दो घंटा पूर्व पुलिस पदाधिकारियों को मैसेज देकर सूचित किया जाये। कैश कैरी वाहन पर किसी बैंक का नाम अथवा चिन्ह न हो और नही कोई लोगों ही। आम जैसा दिखने वाले वाहनों में गुप्त कैमरा और उपरी भाग में हुटर लगाया जाये।
सीसीटीभी कैमरा की अनिवार्यता
जिन बैंकों के अंदर एवं एटीएम में सीसीटीभी कैमरा नहीं है। थानाध्यक्षों को वैसे शाखा प्रबंधक से मिलकर उक्त कैमरा लगाने की दिशा में पहल का निर्देश दिया गया है। ध्यान यह भी रखा जाये कि कैमरा में पर्याप्त रेकार्डिंग मेमोरी के साथ अच्छा रीजोलुशन भी हो। इसके अलावा कैमरा को सर्वर से जोड़ा जाये। ताकि बाहरी मशीन को क्षतिग्रस्त अथवा गायब करने की हालत में सरवर से सही जानकारी मिल सके।
अन्य भी मिले हैं कई निर्देश
इसके अलावा बर्गलर अलार्म, पुलिस पदाधिकारियों का सेभ नंबर का साइलेंट मोड में मोबाइल, जमानत पर छूटे अपराधियों का भौतिक सत्यापन करने, इलेक्ट्रॉनिक सर्वैलांस द्वारा निगरानी रखने, बैंकों में मॉक ड्रिल करा कर्मियों को जागरूक करने व डीएलएससी की बैठक करने समेत अन्य सुझाव भेजे गये है।