व्यवस्था से आहत लोगों ने किया श्रमदान
मन में जोश व जुनून हो तो कोई भी काम संभव है। शाहपुरपटोरी में कुछ ऐसा ही हुआ है।
समस्तीपुर। मन में जोश व जुनून हो तो कोई भी काम संभव है। शाहपुरपटोरी में कुछ ऐसा ही हुआ है। सरकारी व्यवस्था से तंग आकर लोगों ने श्रमदान से सड़क की मरम्मत का बीड़ा उठाया है। सिनेमा चौक पर अवस्थित टी परमानंद मार्ग के जीर्णोद्धार का कार्य लोगों ने जनसहयोग से शुरू कर दिया है। नेता-अधिकारी हर जगह फरियाद लेकर गए, पर बात नहीं बनी। फिर क्या था, यहां के लोगों ने खुद कुदाल उठाई और श्रमदान करने लगे। और जब अच्छे काम की शुरुआत हुई तो धीरे-धीरे अन्य युवक भी हाथ बंटाने पहुंच गए। उनके श्रमदान की हर कोई कद्र कर रहा है। शनिवार की शाम से लोगों ने अपने स्तर से आर्थिक व शारीरिक सहयोग कर इस सड़क की मरम्मत शुरू की है। इसमें क्षेत्र के कई युवा व व्यवसायियों का सहयोग मिल रहा है। सहयोगियों में व्यवसायी ताराचंद भालोटिया, संजीव साह, अवधेश कुमार राय, विनोद कुमार, गोपाल प्रसाद खटोड़, निरंजन साह, मनीष कुमार खटोड़, अभय कुमार ¨सह, पंकज कुमार, नन्हे जी, मोहन कुमार, तेजनारायण साह, प्रमोद साह सहित कई लोगों के नाम शामिल हैं। लोगों ने आर्थिक सहयोग देकर ईंट तथा मिट्टी को सड़क पर डाल दिया है। बरसात के पश्चात इसे समतल करने का कार्य शुरू किया जाएगा।
एक दशक से सड़क बदहाल
निर्माण के कुछ ही समय के बाद से सड़क की स्थिति नारकीय बन गई थी। सड़क पर जल जमाव के कारण चलना मुश्किल हो गया था। सड़क से गुजरने पर आम लोगों व स्कूली बच्चों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था। अधिकांश बच्चे कीचड़ से सनी सड़क पर गिर जाते थे। वाहनों का चलना भी मुश्किल हो गया था किंतु इस जर्जर स्थिति को देखने के बाद भी जन प्रतिनिधियों, सांसद और विधायक की नजर नहीं पड़ी। प्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियां इस सड़क से भले ही गुजर जाती थी। किन्तु इसकी सुधि आज तक किसी ने नहीं ली।
आंदोलन भी काम न आया
इस सड़क पर जलजमाव को ले लोगों ने कई बार सांसद और विधायक का ध्यान आकर्षित कराया था। उच्चाधिकारियों से लेकर मंत्रियों तक को ज्ञापन सौंपे जा चुके हैं। जब किसी ने नहीं सुनी तो लोगों ने विरोध स्वरूप सड़क पर धान रोपकर आक्रोश व्यक्त किया। जब इतने से भी बात नहीं बनी तो लोगों ने सांसद का घेराव किया। जिसमें आश्वासन दिया गया कि शीघ्र इसका जीर्णोद्धार होगा। फिर भी कोई असर नहीं हुआ। बाद में लोगों ने प्रखंड पर प्रदर्शन किया। बीडीओ से मिले। आश्वासन के बाद भी पंचायत से कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई गई।
कई महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानें हैं इस सड़क में
इस सड़क में कई विद्यालय हैं, जिससे प्रतिदिन 5 हजार से अधिक छोटे-छोटे छात्र पैदल, साइकिल व वाहन से गुजरते हैं। इसी सड़क में पांच-पांच राष्ट्रीयकृत बैंक, उनके पांच एटीएम, गोला बाजार, स्वर्ण आभूषण बाजार व अन्य कई प्रमुख प्रतिष्ठानें अवस्थित हैं। लोगों ने इस सड़क पर चलना छोड़ दिया था। श्रमदान से आम जनता में भी खुशी देखी जा रही है।