बिहार : यहां हरियाणा से आ रही शराब, शाम होते ही टकराते जाम
बिहार के समस्तीुपर में हरियाणा से शराब लाई जा रही है। यह जिला शराब कारोबारियों का हब बन गया है। शाम होते जाम टकराने लगते हैं।
समस्तीपुर [जेएनएन]। कहने को सूबे में शराबबंदी है, पर इसका असर यहां नही दिखता है। शहर से लेकर गांव तक इसकी बिक्री धड़ल्ले से जारी है। फर्क इतना है कि इसकी बिक्री ऊंची कीमतों पर की जा रही है। पांच जिलाें की सीमाओं से जुड़े समस्तीपुर से कई एनएच गुजरते हैं। ऐसे में यह शराब कारोबारियों के लिए हब बन गया है। यहां सबसे अधिक मात्रा में हरियाणा निर्मित शराब आ रही है।
भारी मात्रा में बरामद हो चुकी शराब
जिले में लगातार भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद हो रही है। शहर से लेकर गांव तक कारोबारियों का पांव फैला हुआ है। पुलिस ने कई बड़ी सफलताएं भी हासिल कीं, लेकिन यह अवैध कारोबार थम नही रहा है। कल्याणपुर थाने के लदौरा गांव में संस्कृत कॉलेज वे 108 कार्टन शराब बरामद हुई थी। इसके बाद भी इसकेआसपास के इलाकों में शराब का कारोबार जारी है।
इसके अलावा ताजपुर में कई बार पिकअप वैन पर शराब मिली है। बिथान, सिंघिया व हसनपुर में ट्रकों पर शराब जब्त हुई, लेकिन कारोबारी बाज नही आ रहे हैं।
बिहार की दर्जनों ट्रेन दुर्घटनाओं में जा चुकीं हजारों जानें, डालते हैं नजर...
शाम होते ही टकराने लगते जाम
सरकार भले ही शराबबंदी के लिए पूरी तरह समर्पित नजर आ रही है, लेकिन जिले में सरकार की कोशिश कामायाब नही हो रही है। शाम होते ही शहर से लेकर गांव के चौक-चौराहों तक जाम टकराने लगते हैं। शराब के नशे में धुत मनचलों की हरकतें आज भी दिख रही हैं।
भाजपा के 'शत्रु' ने नीतीश को बताया 2019 में पीएम पद का दावेदार
अबतक हुई ये कार्रवाई
जिले में शराबबंदी के बाद एक अप्रैल से 31 अक्टूबर तक 10,500 लीटर विदेशी शराब जब्त की गई। इसके आलावे देशी दारू मिश्रित ताड़ी भी बरामद की गई है। कुल 129 मामले दर्ज हुए हैं। 167 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लेकिन, यहां पसरे शराब माफिया के तार को देखते हुए बड़ी कार्रवाई जरूरी है।
समस्तीपुर के एसपी नवलकिशोर सिंह का यह दावा कि हर हाल में जिले को शराबमुक्त किया जाएगा, ही बताता है कि जिला अभी शराबमुक्त नहीं हो सका है।