अधिवक्ता के निधन पर कोर्ट का काम ठप
समस्तीपुर । दिवानी मामलों के वरीय अधिवक्ता कामिनी मोहन के आकस्मिक निधन मंगलवार को हो
समस्तीपुर । दिवानी मामलों के वरीय अधिवक्ता कामिनी मोहन के आकस्मिक निधन मंगलवार को होने के चलते अधिवक्ताओं ने अपने आपको न्यायालय कार्य से अलग रखा। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुबोध कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में अधिवक्ता कामिनी मोहन प्रसाद एवं न्यायालय कर्मी अरूण कुमार ¨सह के निधन पर शोक सभा हुई। जिसमें उनकी आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन धारण कर ईश्वर से प्रार्थना की गई। शोक सभा में प्रधान न्यायाधीश प्रभुनाथ ¨सह, एडीजे हरेन्द्र प्रसाद, संजय उपाध्याय, हनुमान तिवारी, सीजेएम राज कुमार प्रसाद, सब जज दीपक कुमार, अतुल कुमार ¨सह, आनंद कुमार ¨सह, संकाश चंद्रा, एसडीजेएम विवेक भारद्वाज, मुंसिफ रंजुला भारती, देवेश कुमार, रेलवे न्यायिक दंडाधिकारी अमित कुमार पांडेय, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी मीना कुमारी, आरके रैना समेत काफी संख्या में अधिवक्ता एवं न्यायालय कर्मी मौजूद थे। इधर जिला वकील संघ में भी शोक सभा आयोजित की गई।
शाहपुरपटोरी, संस.: पटोरी के व्यवहार व अनुमंडलीय न्यायालय के अधिवक्ताओं ने एक शोकसभा आयोजित कर समस्तीपुर के वरीय अधिवक्ता कामिनी मोहन प्रसाद को उनके निधन के पश्चात श्रद्धांजलि अर्पित
की। आयोजित शोकसभा में काफी संख्या में अधिवक्ता शामिल हुए। शोक व्यक्त करने वाले अधिवक्ताओं में महावीर ठाकुर, वंशमणि राय, रामकुमार पांडेय, केशरीनाथ शर्मा, अनिम ष कुमार, सदानन्द राय, मनीष कुमार, ओमप्रकाश चौधरी, राणा मनोज कुमार ¨सह सहित कई अधिवक्ताओं के नाम प्रमुख है।
दल¨सहसराय, संस : अनुमंडलीय अधिवक्ता संघ भवन में
मंगलवार को एक शोकसभा आयोजित कर समस्तीपुर के अधिवक्ता कामिनी मोहन प्रसाद
के निधन पर संघ के सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर संघ के अध्यक्ष नवल किशोर ¨सह, उपाध्यक्ष शिवशंकर प्रसादवर्मा, शिवचन्द्र प्रसाद ¨सह, अधिवक्ता शोभाकान्त झा प्रथम, भूवन तिवारी,ब्रजकिशोर ठाकुर सुमन, घनश्याम चौधरी, विनोद कुमार समीर, प्रभात कुमार चौधरी, उदयकेतु चौधरी, ¨पकी कुमारी, ओम प्रकाश, सदानन्द ¨सह, रंजीत कुमारईश्वर, मीरा कुमारी, राज कुमार प्रसाद, प्रवीण प्रियदर्शी, उग्रनारायण कमल, धनेश्वर दास, रामसकल महतो, सुरेन्द्र प्रसाद राय, कृष्ण कुमार ¨सह, विमलेन्द्र कुमार, प्रभात मिश्रा, संजय कुमार वर्मा, अभय झा, जनक साह, आदि ने स्व. प्रसाद के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनके निधन को जिले के लिए अपूर्णीय क्षति बताया।