एक साथ दो शव आते ही कांचा में पसरा मातमी सन्नाटा
समस्तीपुर : थाना क्षेत्र के कांचा पंचायत स्थित बहादुरपुर गांव में रविवार को माहौल गमगीन रहा।
समस्तीपुर : थाना क्षेत्र के कांचा पंचायत स्थित बहादुरपुर गांव में रविवार को माहौल गमगीन रहा। एक साथ गांव के दो लोगों की सड़क दुर्घटना में आकस्मिक मौत हो जाने की खबर ने एकबारगी ही दोनों परिवार सहित गांव के लोगों को हिलाकर रख दिया है। रविवार की सुबह जैसे ही गांववासियों की नींद खुली दोनों ही बदनसीब परिवारों के परिजनों की चीख पुकार से दिल दहल गया। बताते हैं कि जिस दुल्हन (भावज) की विदाई को लेकर उनके भैंसुर गए थे। उनकी विदाई तो हुई नहीं लेकिन, नियति ऐसी की मौत के आगोश में समा गए। बताया जाता है कि मो. शमशेर को अपनी पत्नी रूखसाना खातून से पारिवारिक अनबन चल रहा था। जिसको लेकर उनके पति सहित भैंसुर मो. कासिम कुछ अन्य लोगों के साथ विदाई के लिए गए थे। विदाई तो हुई नहीं लेकिन, काल का ऐसा चक्र की मौत के आगोश में समा गए। गांववासी बताते हैं कि टेंपो चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले मो. कासिम (49) गांव के ही मो. शमशेर की पत्नी का दुरागमन कराने के लिए शनिवार सुबह मो. जसीम, मो. मंसूर व मो. शमशेर के साथ निकाला था। महुआ (वैशाली) से वापसी के दौरान ताजपुर स्थित बंगरा के समीप ट्रक से टेंपो की हुई सीधी टक्कर में मो. जसीम (40) की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गयी वहीं टेंपो चालक मो. कासिम (49) की मौत अस्पताल जाने के दौरान रास्ते में हो गई। वहीं अन्य दो सवार मो. मंसूर वह मो. शमशेर जख्मी हालत में अस्पताल में इलाजरत है। इधर मो. कासिम व मो. जसीम का शव रविवार को कांचा पंचायत स्थित बहादुरपुर गांव पहुंचते ही एकबारगी ही मातमी सन्नाटा पसर गया। दोनों परिवार के परिजनों का हाल रो-रो कर बेहाल था। मो. कासिम की पत्नी मैमुल खातून की रोते-रोते स्थिति मरणासन्न बनी हुई है। वहीं पुत्र मो. कैसर व मो. कादिर सहित परिजनों का हाल बुरा है। दूसरी ओर अपने छोटे भाई मो. शमशेर की पत्नी की विदाई कराने के लिए गए मो. जसीम की बदनसीबी यह की रास्ते में मौत को गले लगाना पड़ा। उनके शव के पास विलाप करती मो. जसीम की पत्नी मुन्नी खातून व पुत्री काजल (10), रूक्सार (12) के करूण -कंद्रण से उपस्थित लोगों के आखों से बरबस ही आंसू आ रहे थे। मौके पर मुखिया परम कुमार राय, पूर्व उप प्रमुख रंजीत कुमार, पैक्स अध्यक्ष प्रमोद कुमार राय, संतोष कुमार राय, अखिलेश राय आदि ने पहुंचकर मृतक के परिजनों को ढांढ़स बंधाने में जुटे थे।