बस ने अधिवक्ता को कुचला, बवाल
समस्तीपुर। रोसड़ा-¨सघिया पथ एसएच-88 पर गुरुवार की सुबह तेज रफ्तार से आ रही बस ने साइकिल सवार एक अधिवक
समस्तीपुर। रोसड़ा-¨सघिया पथ एसएच-88 पर गुरुवार की सुबह तेज रफ्तार से आ रही बस ने साइकिल सवार एक अधिवक्ता को कुचल डाला। गर्दन का उपरी भाग बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गया। मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया। कुचल कर भाग रहे बस को लोगों ने रोक कर मारपीट करते हुए चालक को बंधक बना लिया तथा बस को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। अधिवक्ता की पहचान टेकुनामठ निवासी शिवशंकर झा (62) के रूप में हुई। वे प्रतिदिन की भांति घर से न्यायालय जा रहे थे। इसी क्रम में पांचोपुर के निकट बस की चपेट में आ गए। घटना से आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी शुरू कर दी। घटनास्थल पर पुलिस के पहुंचने में देर होने से बवाल पर उतरे लोगों का गुस्सा परवान चढ़ गया। पुलिस को देखते ही रोड़ेबाजी शुरू हो गई। करीब आधा किलोमीटर तक खदेड़ कर रोड़ेबाजी करते रहे, जिसमें चार पुलिस कर्मी चोटिल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुलिस जवान द्वारा एक राउंड फाय¨रग की गई। हलांकि प्रषासनिक एवं पुलिस पदाधिकारी द्वारा अब तक इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है। बाद में घटनास्थल पर पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी कुन्दन कुमार एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजीत कुमार द्वारा आंदोलनकारियों को मान-मनौवल करने के लिए मशक्कत की जाने लगी। बावजूद आंदोलनकारी पुलिस फाय¨रग की जांच तथा मुआवजा और वाहन की रफ्तार पर रोक लगाने की मांग पर अड़े थे। घंटों चले जिच के बीच पदाधिकारियों को भी आक्रोश का सामना करना पड़ा। तीन घंटे तक हंगामे के पश्चात 10.30 बजे आंदोलनकारियों ने जाम हटाया। तब सड़क पर पड़े शव को प्रशासन ने इन्क्वेस्ट के पश्चात पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके पर एसडीओ एवं डीएसपी के अलावा सीओ शशिभूषण प्रसाद ¨सह, पुलिस पदाधिकारी बीपी ¨सह एवं अरूण कुमार सहित काफी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे। गुरुवार की सुबह 07.30 बजे साइकिल सवार अधिवक्ता छाता लगाकर रोसड़ा की ओर आ रहे थे। इसी बीच तेज रफ्तार से आ रही बीआर-06पीबी-4879 नम्बर की दरबार रथ बस ने अपनी चपेट में ले लिया। घटना के तुरंत बाद सड़क जाम कर लोगों ने इसकी सूचना परिजनों के साथ-साथ पुलिस को भी दी। लेकिन करीब 45 मिनट देर से पहुंचने के कारण पुलिस के विरूद्ध गुस्सा फुट पड़ा और घटना स्थल से उसे खदेड़ते हुए रोड़ेबाजी भी की। इसमें चार पुलिस कर्मी रमेश कुमार (24), मो. औरंजेब (34), कपिलदेव चौधरी (55) एवं डब्लू कुमार (28) जख्मी हो गए। सभी का ईलाज अनुमंडलीय अस्पताल में संपन्न हुआ। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर बस चालक को जेल भेज दिया गया है। दूसरी ओर अधिवक्ता की दर्दनाक मौत पर शोक संतप्त अधिवक्ताओं ने अपने आपको न्यायालय कार्य से अलग रखा, जिसके कारण न्यायिक कार्य आज बाधित रहा।