रोसड़ा में बंद रही सभी निजी क्लिनिक
समस्तीपुर। सरकार द्वारा घोषित क्लिनिकल इस्टेब्लिस्मेन्ट एक्ट के विरोध स्वरूप रोसड़ा में आज सभी निजी क
समस्तीपुर। सरकार द्वारा घोषित क्लिनिकल इस्टेब्लिस्मेन्ट एक्ट के विरोध स्वरूप रोसड़ा में आज सभी निजी क्लिनिक में ताला झुलता रहा। आइएमए द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत् स्थानीय सभी चिकित्सक अपने-अपने क्लिनिक में काम-काज बंद कर एक्ट के विरूद्ध आहुत रैली में भाग लेने पटना रवाना हो गए। आइएमए के रोसड़ा अध्यक्ष डा. सतीश प्रसाद ¨सह की अगुवाई में रैली के लिए रवाना होने वाले सदस्यों में डा. महेश कुमार लखोटिया, डा. सुरेन्द्र मंडल, डा. नवीन कुमार शर्मा, डा. आरबी चौधरी, डा. कंचन माला, डा. राकेश रौशन एवं डा. अमित कुमार आदि शामिल हैं। शनिवार को निजी क्लिनिक नहीं खुलने के कारण चिकित्सा सेवा बाधित रहा और इससे परेशान मरीज एक से दूसरे क्लिनिक पर भटकते देखे गए। ग्रामीण क्षेत्र के दूर-दराज गांवों से आने वाले मरीजों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। आकस्मिक मरीज तो अनुमंडलीय अस्पताल या बाहर का रास्ता देख लिए, जबकि चिलचिलाती धूप में रोसड़ा पहुंचे सामान्य मरीज पूरे दिन इधर से उधर भटकते रहे। रैली में रवाना होने से पूर्व चिकित्सकों ने क्लिनिकल इस्टेब्लिस्मेन्ट एक्ट को संविधान व जनविरोधी के साथ-साथ चिकित्सक विरोधी करार दिया। तथा कहा कि उक्त एक्ट को लागू होने से एक ओर जहां सेवा कई गुणी महंगी हो जाएगी, वहीं स्वास्थ्य क्षेत्र पर नौकरशाहों का नियंत्रण कायम हो जाएगा। चिकित्सकों ने सरकार पर इन्स्पेक्टर राज कायम करने का आरोप लगाते हुए इसे भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना बताया। आइएमए के आक्रोशित सदस्यों ने कहा कि इस एक्ट के लागू होने के बाद से मेघावी व आत्मसम्मानित लोग चिकित्सा के क्षेत्र में आने से परहेज करने लगेंगे। कहा कि इससे सम्बन्धित उच्च न्यायालय में लम्बित वाद का फैसला आने तक क्लिनिक का निबंधन नहीं कराया जाएगा और सरकार के इस तुगलकी निर्णय के विरूद्ध आज हजारों हजार की संख्या में चिकित्सक पटना में अपनी आवाज बुलंद करेंगे।