Move to Jagran APP

फर्जी तरीके से बांटी गई पोशाक व साइकिल की राशि

समस्तीपुर। शहर से सटे कृष्णा हाईस्कूल, जितवारपुर में इन दिनों आराजक स्थिति है। पठन-पाठन ठप रहने से

By Edited By: Published: Sat, 30 Jan 2016 11:43 PM (IST)Updated: Sat, 30 Jan 2016 11:43 PM (IST)
फर्जी तरीके से बांटी गई पोशाक व साइकिल की राशि

समस्तीपुर। शहर से सटे कृष्णा हाईस्कूल, जितवारपुर में इन दिनों आराजक स्थिति है। पठन-पाठन ठप रहने से छात्रों का भविष्य अंधकार में है। जांच के दौरान पोशाक व साइकिल की राशि में हेराफेरी पकड़ी गई। स्कूल पर यह कोई आरोप नहीं लगाया जा रहा है बल्कि अधिकारियों ने अपने निरीक्षण प्रतिवेदन में इसका जिक्र कर कार्रवाई की अनुशंसा की है। दो अधिकारियों ने बारी-बारी से स्कूल का निरीक्षण किया तथा दोनों ने व्यापक पैमाने पर अनियमितता पाई है। डीपीओ स्थापना के द्वारा किए गए निरीक्षण में कई चौकानें वाले तथ्य मिले। उन्होंने अपने प्रतिवेदन में प्रधानाध्यापक के निलंबन की अनुशंसा भी की है। उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापक को स्कूल से कोई लगाव नहीं है। स्कूल में अराजक स्थिति है। निरीक्षण के दिन एक भी वर्ग संचालन नहीं हो रहा था। रजिस्टर में बच्चों की उपस्थिति दर्ज थी लेकिन भौतिक उपस्थिति बहुत कम थी। अधिकारी ने 29 दिसंबर को 12.25 बजे स्कूल का निरीक्षण किया था। कुछ बच्चे मैदान में टहल रहे थे। शिक्षक, शिक्षिकाएं प्रभारी प्रधानाध्यापक धूप सेंक रहे थे। ऐसा लग रहा था जैसे किसी को अध्यापन कार्य में दिलचस्पी नहीं है। अधिकारी के पहुंचने पर अनुपस्थित शिक्षकों की उपस्थिति पंजी में आनन-फानन में अवकाश दर्ज किया गया। जल्दबाजी में आवेदन स्वीकृत नहीं रहने पर भी अवकाश दर्ज कर पंजी प्रस्तुत की गई। आकस्मिक अवकाश पंजी एवं अनुश्रवण पंजी उपलब्ध नहीं था। नामांकन पंजी पर प्रभारी का कोई हस्ताक्षर नहीं था। शिक्षिका लुफतांशा ठाकुर का एक विशेषावकाश 22 दिसंबर को तो दूसरा 29 दिसंबर को दर्ज था। योजनाओं रिपोर्ट भी मांगे जाने पर नहीं दिया गया। पुन: इस स्कूल का 25 जनवरी को अपराह्न 2 बजे डीपीओ लेखा एवं योजना राजेन्द्र कुमार मिश्र ने निरीक्षण किया। निरीक्षण में व्यापक अनियमितता पाई गई। छात्र-छात्राओं की उपस्थित पंजी में दर्ज नहीं की गई थी। तीन छात्रों विवेक कुमार, रंजन कुमार एवं राजीव कुमार वर्ग आठ का फर्जी स्केन प्रमाण पर नामांकित कर सभी योजना की राशि का लाभ दिया गया है। कई क्रम पर किसी बच्चे का नाम व अन्य प्रवृष्टि नहीं की गई थी। इससे जाहिर कि प्रधानाध्यापक द्वारा मनमाने ढंग से छात्रों की संख्या दिखाकर योजनाओं की राशि मांग की जाती है। कई छात्रों को छात्रवृति की राशि नहीं गई थी। साइकिल वितरण पंजी में कई क्रम खाली थे किसी छात्रा का हस्ताक्षर नहीं था।

loksabha election banner

-------

छात्रों की स्थिति

वर्ग छात्रों की संख्या

9 - 858

10 - 722

11 - 110

12 - 63


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.