फौजी का शव पहुंचते ही गांव में मातमी सन्नाटा
समस्तीपुर। सीमा पर दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाला जवान आखिरकार अपनी ही ¨जदगी से जंग हार गया। भारतीय
समस्तीपुर। सीमा पर दुश्मनों के छक्के छुड़ाने वाला जवान आखिरकार अपनी ही ¨जदगी से जंग हार गया। भारतीय सेना के सिगनल कोर में कार्यरत प्रखंड के धर्मपुर बान्दे पंचायत के इस फौजी का तिरंगो में लिपटा शव गुरूवार को जैसे ही गांव में पहुंचा गांव का महौल गमगीन हो गया। लोग अश्रुपूरित नयनों से मृत जवान को सलामी दे रहे थे। बताते चलें कि मोरवा प्रखंड क्षेत्र के धर्मपुर बान्दे गांववासी कामेश्वर पाण्डेय का पोता तथा सुधीर कुमार पाण्डेय व माता राज कुमारी देवी का छोटा पुत्र नवीन कुमार वर्ष 2011 में कठिन परिश्रम के बाद भारतीय सेना के सिगनल कोर में शामिल हुआ था। लगभग दो वर्ष पूर्व उसकी शादी बुलबुल से हुई थी। उससे पांच माह का निर्माण नामक एक पुत्र है। वर्तमान में पंजाब के पठानकोट में पदस्थापित था। 17 अगस्त को एक माह का अवकाश घर पर विताकर वह जवान अपनी ड्यूटी पर गया था। शव के साथ आए बिहार रेजिमेंट के अधिकारी रामचन्द्र फागोरिया ने बताया कि चार दिन पूर्व उसका ब्रेन हेम्बरेज हुआ था। सेना के अस्पताल में उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया जहां हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गईं। गुरूवार को सेना के वाहन से इस सपूत को घर लाया गया। यह खबर गांव सहित क्षेत्र में जंगल में आग की तरह फैल गई। मृतक फौजी के बूढ़े दादा कामेश्वर पाण्डेय एवं दादी का रो- रो कर बुरा हाल हो गया था। दादा बार बार रट लगाते थे कि कंधा देनेवाला ही मुझसे कंधा लेने लगा। बड़ा भाई प्रवीण अपने छोटे भाई के शव से लिपटकर चीखता चिल्लाता हुए कहता कि मेरे परिवार का दीपक बुझ गया। पत्नी बुलबुल के मौत की सूचना पाते ही खाना-पीना छोड़ बैठी है। शव के पहुंचते ही शव से लिपटकर वह फूट फूट कर रोनी लगी। रोते रोते वह बार बार बेहोश हो जाती थी। पांच माह का पुत्र निर्माण इस गमगीन महौल को देख रहा था। उस अबोध को क्या पता कि वह जिसे जगाने का प्रयास कर रहा है वह तो सदा के लिए चिर ¨नद्रा में सो गया है। पिता सुधीर कुमार पाण्डेय माता राज कुमारी देवी का भी रो-रोकर हाल बेहाल हो चुका है। इस मौत पर पूर्व मुखिया परमानन्द पाण्डेय, मुखिया नीलम देवी, उपमुखिया आशुतोष भूषण पाण्डेय, पैक्स अध्यक्ष सह व्यापार मंडल अध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा, नीरज कुमार पाण्डेय, पूर्व पंसस सत्येन्द्र पाण्डेय, पंसस रेखा देची, राजीव कुमार पाण्डेय, प्रो0 शषिभूषण पाण्डेय सहित कई लोगों ने शोक प्रगट करते हुए संवेदना जताई है।