बच्चों मेंमानवीय मूल्यों का विकास आवश्यक
समस्तीपुर । शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के अंदर मानवीय मूल्यों का विकास होना अत्यंत आवश्यक है। जीवन के
समस्तीपुर । शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के अंदर मानवीय मूल्यों का विकास होना अत्यंत आवश्यक है। जीवन के किसी भी क्षेत्र में लक्ष्य प्राप्ति का यह मूल मंत्र साबित होगा। उक्त बातें अनुमंडलाधिकारी कुन्दन कुमार ने बुधवार को कही। वे शहर के केशव नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर परिसर में आयोजित संकुल प्रमुख कार्यशाला के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होनें छात्रों को अनुशासित रहने पर बल देते हुए कहा कि अनुशासन के बीच से ही सभी प्रकार के विकास का रास्ता निकलता है। पर्यावरण संरक्षण को आज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए बच्चों को इसका पाठ पढ़ाना आवश्यक बताया। एसडीओ ने विद्या भारती द्वारा परम्पराओं एवं संस्कार को अच्क्षुण रखने के प्रयास को सराहनीय कदम बताया। अध्यक्षता करते हुए लोक शिक्षा समिति के प्रदेश सचिव दिलीप झा ने उत्तर बिहार के 22 जिलों में 210 विद्यालय एवं 150 संस्कार केन्द्र के माध्यम से लोक शिक्षा समिति द्वारा किये जा रहे कार्यों पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। उन्होनें पाकिस्तान, बंगलादेश एवं नेपाल की सीमा पर विद्या भारती द्वारा सेवा और संस्कार का कार्य प्रारंभ करना बताते हुए कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा करना सिर्फ सेना का दायित्व नहीं है। इसके अलावा विभाग निरीक्षक अखिलेश मिश्र, दिनेश्वर प्रसाद ¨सह, डा. परमानन्द मिश्र, महादेव ठाकुर, महेश्वर प्रसाद ¨सह, संजय कुमार पप्पु आदि ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन मिथिलेश ¨सह एवं अतिथि परिचय प्रधानाचार्य वाणीकांत झा द्वारा सम्पन्न हुआ। मौके पर संजय कुमार मिश्रा, संतोष राय, सुधीर चौधरी, अरूण कुमार मंडल, सुमन कुमार, मीना देवी, स्मिता कुमारी, हर्षवर्द्धन, राजकुमार, गोपाल कुमार एवं विनोद ¨सह के अलावा पूर्व प्रधानाचार्य श्री राम ¨सह एवं आशुतोष दास आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।