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स्वाइन फ्लू को लेकर स्टेशन पर मेडिकल टीम चौकस

समस्तीपुर, संस : रेलवे स्टेशन पर स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए बाहर से आने वाले मरीजों की प्राथमिक ज

By Edited By: Published: Wed, 11 Mar 2015 01:11 AM (IST)Updated: Wed, 11 Mar 2015 01:11 AM (IST)
स्वाइन फ्लू को लेकर स्टेशन पर मेडिकल टीम चौकस

समस्तीपुर, संस : रेलवे स्टेशन पर स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए बाहर से आने वाले मरीजों की प्राथमिक जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। इसके लिए मेडिकल टीम स्टेशन पर तैनात है। टीम जंक्शन पर उतरने वाले लोगों को बीमारी के लक्षण के बारे में जानकारी दे रही है। स्वाइन फ्लू के खतरे की आशंका को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी एम. रामचन्द्रुडू ने पहले ही पूर्व मध्य रेल समस्तीपुर के मंडल रेल प्रबंधक को पत्र लिखकर सूचना दी थी। कहा था कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू के बढ़ते मरीजों व रोग की गंभीरता को देखते हुए समस्तीपुर स्टेशन पर प्राथमिक जांच शिविर स्थापित की जाए। मंगलवार को भी टीम के सदस्य संजीव कुमार, रमण कुमार सहित अन्य मरीजों को इसके बारे में जानकारी दे रहे थे। इस दौरान स्टेशन प्रबंधक सतीश चंद्र श्रीवास्तव, डिप्टी एसएस सतीश कुमार ¨सहा, मुख्य टिकट निरीक्षक अरुण कुमार गुप्ता, सुमन कुमार, रमेश कुमार झा, सीटीटीआइ जोगिन्द्र प्रसाद आदि भी मौजूद रहे। दिल्ली, राजस्थान, गुजरात व उत्तर प्रदेश से लौटे रहे लोगों पर मेडिकल टीम की विशेष नजर है। वहीं सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।

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अब तक सिर्फ एक मरीज मिला

महकमा एच-वन एन-वन वायरस को रोकने के लिए चौकस है। 4 मार्च को अजमेर से समस्तीपुर आने वाले पूसा रोड के वैनी गांव निवासी 26 वर्षीय मो. मुबारक में स्वाइन फ्लू का लक्षण मिला था। उसे सदर अस्पताल से पटना रेफर कर दिया गया।

क्या है स्वाइन फ्लू

स्वाइन फ्लू एच-वन एन-वन वायरस से फैलता है। यह साधारण सर्दी, खांसी और बुखार जैसे लक्षण देता है। समय पर इलाज नहीं कराने से जानलेवा हो सकता है। स्वाइन फ्लू सूअरों, चिडि़यों और मनुष्यों में फैलता है। पीड़ित व्यक्ति बीस लोगों को संक्रमित करता है।

कैसे फैलता है स्वाइन फ्लू

एच-एवन एन-वन वायरस हवा के जरिए एक व्यक्ति से द सरे व्यक्ति म ं फैलता है। यह पहले नाक, गले व फेफड़े को प्रभावित करता है। यह किसी मरीज के छींकने, खांसने से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए मरीज को छूते, उससे हाथ मिलाते समय सावधानी बरतनी चाहिए।

क्या है लक्षण

जुकाम, खांसी, नाक से पानी आना, बार-बार छींकना, बुखार, गले, सिर व पेट में दर्द, थकान, उल्टी, ठंड व कमजोरी लगना, सांस लेने में तकलीफ, मांसपेशियों में अकड़न महसूस होना।

कौन आते हैं चपेट में

स्वाइन फ्लू वैसे तो किसी को हो सकता है। लेकिन बूढ़े, पांच साल से क“ उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाओं और मधुमेह, कैंसर, हृदय व लिवर जैसी बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति के लिए यह जानलेवा हो सकता है। निमोनिया के मरीज को सावधान रहना चाहिए।

कैसे करें बचाव

मुंह और नाक ढक कर रखें। खास कर जब कोई छींक रहा हो। साबुन से हाथ धोना व साफ पानी का सेवन जरूरी है। भीड़ से दूर रहना फायदेमंद होगा। बचाव के लिए छह महीने से अधिक“ उम्र के बच्चों से लेकर 65 साल तक के बुजुर्ग के लिए टीका उपलब्ध है। दो से चार दिनों में इस बीमारी के लक्षण दिखने लगते हैं। वायरस से संक्रमित होने के बाद बीमारी का लक्षण दिखने के 48 घंटे के भीतर दवा जरूर लेनी चाहिए। चादर व तकिया कवर की सफाई नियमित करें।


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