बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थे बच्चा बाबू
रोसड़ा, संस : विकास पुरुष के नाम से चर्चित रहे रामाश्रय राय उर्फ बच्चा बाबू आजीवन इस क्षेत्र के सर्वा
रोसड़ा, संस : विकास पुरुष के नाम से चर्चित रहे रामाश्रय राय उर्फ बच्चा बाबू आजीवन इस क्षेत्र के सर्वागिण विकास को समर्पित रहे। दो-दो बार विधायक बनने के साथ-साथ कई पदों पर आसीन रहे बच्चा बाबू का व्यक्तित्व बहुआयामी था। उक्त बातें यूआर कॉलेज रोसड़ा के पूर्व प्रधानाचार्य प्रो. फुलेंद्र कुमार राय ने कहा। वे भिड़हा गांव स्थित रामाश्रय स्मृति छात्र संघ पुस्तकालय पर आयोजित उनके 74वें जयंती समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे। पुस्तकालय के अध्यक्ष प्रो. राय ने बच्चा बाबू के द्वारा 1951 में छात्र संघ पुस्तकालय की स्थापना किया जाना बताते हुए कहा कि शिक्षा से भी उन्हें असीम प्रेम था। वहीं संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य डा. राम विलास राय ने आजीवन क्षेत्र और समाज से जुडे़ रहे बच्चा बाबू को एक सफल राजनेता और कानून का ज्ञाता बताया। उन्होंने कहा कि अपनी विद्वता के बदौलत रामाश्रय राय आजीवन अधिवक्ता संघ दरभंगा के सचिव पद की शोभा बढ़ाते रहे। जबकि फुलेंद्र कुमार चौधरी एवं रमेश चंद्र राय ने बच्चा बाबू द्वारा क्षेत्र में बहाए गए विकास गंगा पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। इसके अलावा प्रो. संतोष कुमार राय, राम सेवक राय, प्रो. शिशिर कुमार राय, राम शंकर राय, कृष्ण कन्हैया राय, संतोष साहू, रामानंद राय, चंद्रचूर राय, धर्मेन्द्र राय, गणेश राय, राजनीति राय, रामचंद्र मिश्र आदि ने भी अपना विचार व्यक्त करते हुए बच्चा बाबू को एक सफल व्यक्ति बताया। इससे पूर्व उपस्थित लोगों ने पुस्तकालय परिसर में स्थित उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।