वाया नदी में डूबने से युवक की मौत
मोहिउद्दीननगर, संस. : प्रखंड के कल्याणपुर बस्ती गांव से गुजरनेवाली वाया नदी के घाट पर युवक की मौत पर
मोहिउद्दीननगर, संस. : प्रखंड के कल्याणपुर बस्ती गांव से गुजरनेवाली वाया नदी के घाट पर युवक की मौत पर्व को लेकर घाट साफ सफ ाई करने के क्रम में शुक्रवार को हो गई। मृतक इसी गांव का जग्गनाथ महतो का पुत्र 20 वर्षीय रंजीत कुमार था। इस घटना के बाद मृतक के पैतृक गांव कल्याणपुर बस्ती सहित आस पास के गांव में कोहराम मच गया। वहीं उसके परिजनों एवं मां की क्रंन्दन से पर्व का माहौल गम में बदल गया। प्राप्त समाचार के अनुसार युवक शुक्रवार को वाया नदी के इस घाट पर पर्व को लेकर घाट बनाने आया था। बताया जाता है छठ व्रतियों को कोई कठिनाई न हो। इसी बीच वह गहरे पानी में चला गया। जब तक लोगों की नजर इस पर पड़ती तब तक वह पानी के अंदर ही काफ समय तक दबा रहा। घटना की सुचना पर लोगों की उमड़ी भीड़ के बीच वाया नदी से शव को बाहर लाने की कवायद की गई। जहां करीब एक घंटे बाद नाविक नारायणपुर गांव के राम दयाल सहनी, वालेश्वर सहनी, मिठू सहनी, लालन सहनी, राम दिनेश सहनी आदि ने पानी के अंदर गोता लगाकर शव को बाहर निकाला। किंतु होनी को कौन टाल सकता है इसके बावजूद शव को अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इससे पूर्व घटना की सुचना पर वाया नदी के बांध किनारे लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। जहां हर लोगों की नजरें पानी के अंदर मछआरों द्वारा की जा रही कार्य पर टिकी थी।
जीवन देने को ले किए गए कई प्रयत्न : युवक की मौत तो पानी से शव निकलने के साथ ही हो गई थी। इसके बावजूद लोगों को यह विश्वास था कि वह संभव है जीवित हो जाए। जिसके लिए कई प्रयत्न किए गए। किंतु ईश्वर की इस लीला के सामने सब को तब नतमस्तक होना पड़ा जब इसमे कोई सफ लता नहीं मिली। बताते है कि जब वाया नदी से शव को बाहर निकाला गया तो लोगों को लगा कि ईलाज के बाद वह युवक जीवित हो जाएगा। जिसके लिए पहले तो अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत कह दिया। इसके बावजूद भी लोगों की आस नहीं टुटी जुटी भीड़ की बस यही एक मंशा थी कि वह किसी तरह जीवित हो जाए। जिसके लिए कुम्हार के चाक तक पर घंटो नचाया गया। उमीद थी कि अगर शरीर के अंदर मे जो पानी प्रवेश किया है उसके निकल जाने के बाद वह जीवित हो जाएगा किंतु उसे नहीं बचाया जा सका।
पुलिस ने लिया जायजा : घटना के बाद कल्याणपुर बस्ती गांव पहुंचे थाने के अवर निरीक्षक संजय कुमार सिंह ने मृतक के शव की जांच पड़ताल किया। जहां बताया जाता है कि परिजनों ने प्राथमिकी करने से इन्कार कर दिया। मजबूरन पुलिस ने परिजनों से आवेदन लेने के उपरांत शव को परिजनों को सौंप दिया ।
शव देख बेहोश हो गई मां : वाया नदी मे से जब शव को बाहर निकाला गया तो मृतक रंजीत की मां अपने पुत्र की शव को देख अचेत हो गई। उसे जगाए जा रही थी। उसे लग रहा था कि जो बाते सुनी जा रही है वह झुठी है। एक ओर जहां दीपावली के उपरांत छठ पर्व को लेकर हर जगह लोग तैयारी में जुटे थे। वहीं कल्याणपुर बस्ती गांव के इस युवक रंजीत महतो की मौत की खबर से चहुंओर मातमी सन्नाटा पसर गया। जब शव को घर पर लाया गया तो उसके मां सुनीता देवी की हाल बेहाल हो गया। मां को सहजा यह विश्वास ही नहीं हो रहा था कि उसका लाल अब इस दुनिया मे नहीं है। कहे जा रही थी बउआ रे अब हम केकरा व्याह क घर मे पुतोहू लैबे। बताते है मृतक दो भाईयों मे सबसे बड़ा था। जिसकी शादी की तैयारी चल रही थी। वह स्थानीय मदुदाबाद में एक दुकान में मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। शव को देख परिजनों की निकल रही चित्कार के बीच मां सुनीता देवी, पिता जग्गनाथ महातो का हाल बेहाल था। लोग सांत्वना देने मे अवश्य जुटे थे किंतु मां की ममता को कौन समझावे जिसका पुत्र अब इस दुनिया मे नहीं रहा।
हफ्ते के अंदर कई घटनाएं
मोहिउद्दीननगर, संस : थाना क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर कई घटनाएं एक हफ्ते में घट चुकी है। इसके बावजूद प्रशसान सजग नहीं है। जबकि छठ पर्व को लेकर क्षेत्र के विभिन्न वाया व गंगा नदी के घाटों पर लोगों का जमावड़ा लगना तय है। जहां छठ व्रती उपासना के महान पर्व छठ वर्त को लेकर अर्घ्य देने की तैयारी मे जुटे हैं। इसके बावजूद प्रशासनिक स्तर पर अब तक घाटों को व्यवस्थित नहीं किया जा सका है। लोगों के दिल में यह एक अहम सवाल उठने लगा है कि आखिर कितनी घटनाओं के बाद प्रशासन सबक लेगी। वहीं दूसरी ओर घाटों की अव्यवस्था के कारण नित दिन हो रही घटनाएं मौत को आमंत्रण दे रहा है। छठ व्रतियों की चिंता किसी अनहोनी घटना को लेकर बढ़ने लगा है। बताते है कि प्रखंड के कल्याणपुर बस्ती, अंदौर, हनुमाननगर, नरायणपुर, मनियर, सुलतानपुर, पतसिया, महमदीपुर सहित सैकड़ों घाट एैसे है जहां लोगों द्वारा पर्व का आयोजन किया जाता है। बताया जाता है कि हर घाट की हालत खराब है। जहां आई बाढ़ के बाद अब तक उसे दुरु षत नहीं किया गया है। लोग अपने अपने तरीके से घाट की व्यवस्था बनाने मे लगे अवश्य है जहां हो रही घटनाओं ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। बताते है कि पर्व को लेकर मिटी खुदाई से लेकर साफ सफ ाई करने तक में तीन की जाने जा चुकी है। इससे पूर्व बीते 19 अक्टूवर को कल्याणपुर बस्ती के लखनपुर निवासी संजय महतो का पुत्र राहुल कुमार की मौत मिटी लेने के क्रम मे पानी में डुबने से हो गया था। वहीं नंदनी गांव के एक युवक अमित कुमार की मौत हेमनपुर घाट पर स्नान करने के क्रम मे बीते 21 अक्टूवर को हुई थी। जिसके बाद आज 24 अक्टूबर को कल्याणपुर बस्ती के ही युवक रंजीत महतो की मौत घाट साफ सफ ाई के क्रम में हुई। लगातार हो रही घटना से लोगों में दहशत है।