विधान पार्षद ने राम के वनवास से की नीतीश के इस्तीफे की तुलना
समस्तीपुर। राजतिलक होना था राम को हो गया वनवास। राम के वनवास से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुम
समस्तीपुर। राजतिलक होना था राम को हो गया वनवास। राम के वनवास से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे की तुलना करते हए बिहार विधान परिषद के सदस्य राणा गंग्शेवर सिंह ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस्तीफा देकर त्याग की परिभाषा दी। उन्होंने बिहार के विकास के लिए क्या नहीं किया। लेकिन, जब राजतिलक का वक्त आया तो वनवास हो गया।
लोक सभा चुनाव में जनता के जनादेश का उन्होंने मान रखा और इस्तीफा देकर सूबे में नए व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाने का काम किया। जब उन्होंने इस्तीफा दिया तो कई कयास लगाए गए। लेकिन, अंतत: मुख्यमंत्री जीतन राम माझी को बनाया गया। आज बिहार विकास की ओर है। सिंह मंगलवार को समस्तीपुर स्थित बलिराम भगत कालेज में आयोजित पूर्व लोस अध्यक्ष स्व. भगत की प्रतिमा अनावरण के अवसर सीएम श्री माझी की सभा में लोगों को संबोधित कर रहे थे। पार्षद ने कहा कि जनता को ये सारी चीजें समझनी होंगी। बिहार का विकास हो रहा है। आगे भी होगा। यहा बता दें कि राणा गंगेश्वर नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाते हैं। ये भाजपा के टिकट पर समस्तीपुर के मोहिउद्दीननगर विधान सभा से 2010 में विधायक बने। लेकिन, आगे चलकर जदयू का दामन थाम लिया और 2014 जदयू कोटे से विधान पार्षद हैं।