राष्ट्र निर्माता समझें अपनी जिम्मेदारी : नित्यानंद
सरायरंजन, संस. : राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। शिक्षक मात्र पढ़ाने के लिए नहीं पढ़ा रहे, बल्कि वह राष्ट्र का भविष्य गढ़ रहे हैं। इसलिए शिक्षकों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। यह बातें उजियारपुर लोस क्षेत्र के सासद नित्यानंद राय ने शनिवार को कही। वे सरायरंजन प्लस टू उच्च विद्यालय में आयोजित शिक्षक-सासद संवाद सह शिक्षक सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा है कि शिक्षक की भूमिका शिल्पकार की होती है। वे बच्चों के व्यक्ति्व की रेखायें खींचते हैं, उनमें भावनाओं के रंग भरते हैं। एक अच्छे शिक्षक को शैक्षणिक योगयताओं से पूर्ण होने के साथ-साथ दूरदर्शी, समाजसेवी एवं संवेदनशील बनने की जरूरत है। कार्यक्रम में सासद द्वारा शिक्षक रामपुकार राय, पंडित अभिराम दास, सुधीर कुमार, राकेश कुमार चौधरी, नीलू कुमारी, कुमोद प्रसाद गिरि, शिल्पी सीमा, रामचन्द्र राय, कुमार गौरव, अमरेश प्रसाद, ओम प्रकाश गुप्ता, तनूजा सिन्हा आदि 13 शिक्षकों को घड़ी, प्रशस्तिपत्र एवं माला भेंट कर सम्मानित किया गया। वहीं विद्यालय परिवार की ओर से सासद नित्यानन्द राय को स्मृति चिह्न एवं माला-पाग भेट कर सम्मानित किया गया। आगत अतिथियों के लिए स्वागत गान छात्रा पिंकू कुमारी ने प्रस्तुत किया। समारोह की अध्यक्षता प्रो. अमरेन्द्र कुमार ने की। मंच संचालन रवीन्द्र कुमार ठाकुर ने किया। वहीं धन्यवाद ज्ञापन शत्रुघ्न नारायण सिंह ने किया। समारोह को अधिवक्ता रामकिशोर चौधरी, प्रो. विनोद बिहारी वाजपेयी, सीताराम राय, सच्चिदानंद प्रसाद, बालेश्वर प्रसाद सिंह, धनंजय कुमार सिंह, रामश्रेठ ठाकुर, सिम्मी कुमारी, किरण कुमारी आदि ने सम्बोधित किया।