महिला ने फेंका किशोरी पर तेजाब
जेएनएन, समस्तीपुर : विभूतिपुर थाना के चकहबीब पंचायत के यादव टोल अंतर्गत चकहौजा में बुधवार को हुए तेजाब कांड की घटना के दूसरे दिन भी जख्म पुराने नहीं हुए हैं। सड़क पर पसरा तेजाब घटना की गवाही चीख-चीख कर दे रहा है। उस स्थान पर अभी भी काला दाग है। व घास जल चुका है। जिस नाद में तेजाब रखा हुआ था। वह भी वैसे ही है। आरोपी अभी फरार है, पर दोनों पक्षों के बीच तनाव है। घटना में पीड़ित रंजना एवं मेदनी का इलाज पीएमसीएच में जारी है। घटना को लेकर पीड़ित लड़की के नाना ने एक प्राथमिकी दर्ज करायी है। इसमें घटना का कारण जलावन को लेकर उपजा विवाद बताया गया है। जबकि गांव में दुष्कर्म की कोशिशों की जारी खबर को लेकर खासा आक्रोश भी देखा जा रहा है। कई लोगों ने इसे गांव की अस्मत से खिलवाड़ करने वाला बताया है। पीड़ित मेदनी राय के ससुर बोढ़न राय द्वारा थाने में दर्ज करायी गई प्राथमिकी में घटना का कारण जलावन के लिए ढैचा काटने से उपजा विवाद बताया गया है। प्राथमिकी में विरेंद्र यादव उर्फ ननकी, कुंदन यादव, चांदनी कुमारी, रेणु देवी तथा दलसिंहसराय थाने के बम्बैया गांव निवासी छोटे यादव को आरोपित किया गया। प्राथमिकी में कहा गया है कि एक सितंबर की दोपहर तीन बजे हमारी बेटी अनिला देवी तथा नाती सुभाष यादव को उक्त सभी आरोपियों ने मिलकर दरवाजे पर ही सिर फोड़ दिया था। इसकी सूचना पाकर दामाद हसनपुर थाने के परोरिया गांव के मेदनी राय अपने परिवार को देखने आए थे। बुधवार को नौ बजे दिन में घर के पश्चिम खेत देखने गए थे। इसी बीच विरेंद्र राय की पत्नी रेणु देवी ने हमारे दामाद मेदनी राय एवं नतनी रंजना कुमारी पर तेजाब डाल दिया। जिससे वे दोनों पिता-पुत्री जख्मी हो गए। उन दोनों को फिलहाल इलाज के लिए पटना ले जाया गया है। विवाद के पीछे के कारणों का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि मंगलवार को वीरेंद्र राय ने हमारे खेत से जलावन के लिए ढैचा काट लिया था। इसको लेकर हमारी बेटी इसका कारण पूछने गई थी। तो दूसरे पक्ष ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। घटना को लेकर दर्ज प्राथमिकी के बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल तेज कर दी है। वैसे पुलिस पीड़ित लड़की व उसके जख्मी पिता के बयान का भी इंतजार कर रही है। ग्रामीणों ने एक स्वर से इस घटना को लेकर किए गए दुष्प्रचार को लेकर खासी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वैसे उनलोगों का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट के बाद से सबकुछ आइने की तरह साफ हो जाएगा।
तेजाब कांड की कहानी, पीड़ितों की जुबानी
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दलसिंहसराय, संस : सर, मैं इस परिवार की बड़ी लड़की हूं। मेरा नाम कंचन है। मैं श्री रामजी झा स्मारक इंटर विद्यालय में प्रथम खंड की छात्रा हूं। मेरी तीन छोटी बहनें हैं। रंजन कुमारी, दुर्गा कुमारी व सोनी कुमारी। एक इकलौता भाई सुभाष कुमार है। जो द्वितीय वर्ग का छात्र है। मेरे पिताजी व बहन रंजना पास की खेत को देखकर आठ बजे सुबह आ रहे थे। उसी समय सड़क के उस स्थान पर जहा मेरा भाई हाथ दिखा रहा है, वहा पहुंचते ही वीरेन्द्र यादव उर्फ नन्हकी यादव और उसकी पत्नी रेणु देवी ने पास की नाद में से दूध में डालने वाले तेजाब को मेरे पिता व मेरी बहन के शरीर पर डाल दिया। घायल पिता व बहन को रामलखन राय की मदद से दलसिंहसराय अस्पताल ले जाया गया था। उक्त बातें कहते-कहते चकहबीब पंचायत के चकहौजा ग्राम के यादव टोला की पक्की सड़क पर मेदनी यादव की बेटी रोने लगती है। इतने में उसके नाना बोढन यादव साथ में मेदनी की दो बेटी और एक बेटा तथा अपनी बेटी मिथिला देवी के साथ आ जाते हैं। उनका चेहरा आकोशित है। कहते हैं - आप लोग क्या जानने आए हैं? आप मेरी बातों को सुने और सही-सही लिखें। कहते हैं- मेरी दो बेटी हैं, झुठ नहीं बोलूंगा।
सड़क पर ही घटी घटना
घटना सड़क पर घटी। तेजाब शरीर पर सड़क पर ही फेंका गया था। आप बार-बार दुष्कर्म के प्रयास की बातों को कैसे पूछ रहे हैं। घटना के कारणों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि मैंने अपनी सारी भूमि अपनी दोनों बेटी अनीला जो मेदनी की पत्नी है उसे और यह जो खड़ी मेरी दूसरी बेटी मिथिला है के नाम लिख दिया था। कुछ जमीन गलती में छुट गया था। उसी जमीन को मेरी बहन चादचौर के लौलीन राय की पत्नी सुदामा से विरेन्द्र यादव उर्फ नन्हकी लिखा लिया है। उसी में मेंदनी का ढै़चा लगा था जिसे नन्हकी ने काट लिया था। वह सड़क के उसी स्थान पर रखा है। जहा तेजाब फेंका गया था। बस विवाद यही है।
तीन दिनों से चल रहा था झंझट
बोढ़न की बेटी मिथिला देवी कहती है कि आप सही-सही जानना चाहते हैं तो सुनिए। तीन दिन पहले से झझट चल रहा था। आरोपियों ने सोमवार को भी मेदनी यादव के पुत्र सुभाष कुमार को मारा था। उसका सिर भी फट गया था। बुधवार की सुबह आठ बजे सड़क पर घेर कर मारा। पास की सड़क के दूसरी ओर नन्हकी का घर है। यहां जानवर बंधता है। उसी टीन के चदरा से घेरे बथान के सामने सड़क पर फेंका गया तेजाब घटना की गवाही चीख-चीख कर दे रहा है। उस स्थान पर अभी भी काला धब्बा व जला हुआ घास है।
कहते हैं लोग
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पैक्स अध्यक्ष शशिकान्त झा कहते हैं - मैं तीन अखवार पढ़ता हूं। आज भी पढ़ा हूं। दैनिक जागरण को भी पढ़ा। मेरे गांव के तेजाब कांड वाली खबर को पढ़कर ऐसा लगा कि आज भी इसी अखबार की विश्वसनीयता है। अन्य ने तो इसमें नमक-मसाला लगा दिया है। मैं इसकी निन्दा करता हूं।
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मुखिया शाति देवी कहती हैं अखबारों ने (जागरण नहीं) समाचार को रंग देकर छापा है। केवल मारपीट व एसीड फेंकने की घटना घटी है। मेरे संज्ञान में सारी बातें हैं। अब यदि कोई अपने मन की करता है, तो हम क्या करें।
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दूध व्यवसायी राम लखन राय कहते हैं कि मैं ही छोटन झा की गाड़ी से घायल पिता-पुत्री को दलसिंहसराय अस्पताल पहुंचाया था। वहा से ही पटना भेजने की व्यवस्थ किया था। किसी ने नहीं कहा कि दुष्कर्म का प्रयास भी हुआ था।
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वाहन चालक छोटन झा कहते हैं कि दोनों घायल को आनन-फ ानन में मैं ही अपनी गाड़ी से दलसिंहसराय अस्पताल पहुंचाया था। मेदनी ने केवल मारपीट व तेजाब फेंकने की बातें कही थी।