कविताओं से गूंजा कुसुम सदन
जासं, समस्तीपुर : खरीदाबाद स्थित कुसुम सदन रविवार की देर रात तक कविताओं से गूंजता रहा। मौका था कुसुम पांडेय स्मृति साहित्य संस्थान के द्वारा आयोजित काव्य सम्मेलन का। कवियों ने सम्मेलन को सभी रस की कविताओं से सराबोर कर दिया। हरिनंदन साह की अपने शहर में पराए हुए हम..,एपीपी पंकज कुमार देव की भारत के प्रति जिनके मन में आदर, हम अन्तर्मन से उन्हें पूजते सादर.., शिवेन्द्र कुमार पांडेय की कविता ये मेरा सपना नहीं, यह सच्ची बात..को श्रोताओं ने खूब सराहा। आगत अतिथियों का स्वागत डा. रमेश गौरीश ने किया। अध्यक्षता प्रो. सचिन्द्र कुमार ठाकुर ने की। संचालन प्रवीण कुमार चुन्नु ने किया। अगस्त माह में जन्में देश भक्तों व साहित्यकारों को श्रद्धाजंलि दी गई। प्रो. सैफुल्लाह सैफ, प्रो. मुन्नी सिन्हा, शांति मिश्र, धनेश्वर शर्मा, रविन्द्र ठाकुर, विष्णु कुमार केडिया, शंकर अज्ञानी, राजकुमार राय राजेश, रामाश्रय राय राकेश , गंगा प्रसाद आजाद सतमलपुरी, कामेश्वर प्रसाद गुप्ता, ई. योगेन्द्र पोद्दार, ई. अजीत कुमार सिंह, राजेश्वर पांडेय, सुमन माला सिन्हा, परमानंद पांडेय, नथुनी पासवान, विजय कुमार अरोड़ा, गगन कुमार, चंद्रशेखर पांडेय, सुरेश पासवान, सुरेन्द्र प्रसाद महतो आदि ने अपनी-अपनी रचनाएं प्रस्तुत की।