ताजपुर के थानाध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध
ताजपुर, संस : समस्तीपुर जिले की मोरवा प्रखंड के निकसपुर स्थित इंदिरा गांधी रामजी राय महाविद्यालय में बुधवार को हुए बवाल को लेकर लगातार तीसरे दिन शुक्रवार को भी महाविद्यालय में ताला लटका रहा। पूरे परिसर में प्रतिनियुक्त पुलिस बल के अलावा पूरी तरह विरानगी है। इस मामले में अबतक कुल बारह प्राथमिकियां दर्ज की जा चुकी हैं। इसमें नौ प्राथमिकी विभिन्न वाहन मालिकों की ओर से कराई गई है, जिनके वाहन वहां जलाए गए। सबसे अहम पशुपालन मंत्री वैद्यनाथ सहनी के पिता नेती लाल सहनी द्वारा एसपी को दिए गए आवेदन पर दर्ज प्राथमिकी है। जिसमें उन्होंने ताजपुर थानाध्यक्ष की भूमिका को संदिग्ध बताया है। कहा है कि इस पूरे घटना में यदि थानाध्यक्ष की कार्यशैली की जांच की जाए तो सबकुछ आइने की तरफ साफ हो जाएगा। मंत्री के पिता ने यह भी कहा है कि यदि जिला मुख्यालय से पुलिस की टीम मौके पर नहीं पहुंचती बल नहीं पहुंचती तो मेरी और मेरे मंत्री पुत्र की जान नहीं बच पाती। एसपी के निर्देश पर उनके इस आवेदन की प्राथमिकी भी ताजपुर थाना में दर्ज होने के बाद मामले की जांच शुरू हो गई है। दूसरी ओर राज्य सरकार की ओर से इस पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट जिला प्रशासन से मांगी गई है। उधर, मोरवा बीडीओ ने जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें कहा गया है कि लगभग एक बजे मंत्री जी महाविद्यालय पहुंचे थे। इनके पीछे करीब एक दौ सौ की संख्या में लोगों की भीड़ आ गई, जो हाथ में बांस का फट्टा एवं लाठी लिए हुई थी। जैसे ही वे मौके पर पहुंचे धरनार्थियों एवं उनलोगों के बीच झड़प शुरू हो गई। काफी प्रयास के बाद एवं उच्चाधिकारियों तथा जिला से पुलिस के पहुंचने पर लोगों को नियंत्रित किया गया। इधर, पशुपालन मंत्री श्री सहनी ने दूरभाष पर कहा है कि वे शीघ्र मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात रखेंगे।
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मैं मुख्यमंत्री जी से मिलकर स्थिति को स्पष्ट करूंगा। पर इस घटना में स्थानीय थानाध्यक्ष की जो भूमिका है। वह संदेहास्पद है। पूर्व में भी मेरे कहने पर इसी थानाध्यक्ष को सस्पेंड किया गया था। फिर से उनकी पोस्टिंग वहां की गई। उन्होंने इस तरह से यह खेल खेला। आखिरकार घटनास्थल से 1000 फीट की दूरी पर वज्र वाहन और पुलिस को रखने का क्या मतलब होता है। हम सारी स्थितियों से सीएम को अवगत कराएंगे। हमने हमेशा न्याय का साथ दिया है।
वैद्यनाथ सहनी, मंत्री, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग