जेएनयू के निलंबित छात्र पहुंचे परबत्ता
खगड़िया। समाजिक न्याय मंच के आहवान पर युनाईटेड ओबीसी फोरम जेएनयू दिल्ली से मुलायम ¨सह याद
खगड़िया। समाजिक न्याय मंच के आहवान पर युनाईटेड ओबीसी फोरम जेएनयू दिल्ली से मुलायम ¨सह यादव प्रषांत निहाल विरेन्द्र कुमार आदि ष्षानिवार को परबत्ता पहॅूचे। उन्होंने परबत्ता के पंचायत भवन परिसर में बताया कि भेद भाव परतने को लेकर आबाज उठाने पर विना किसी जॉच के जेएनयू प्रषासन द्वारा उसे निलंबित कर दियागया है। तथा नोटिस देकर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। छात्र विरोधी यूजीसी गजट के खिलाफ आन्दोलन करने के कारण प्रषासन निलंबित छात्रों पर दिल्ली पुलिस में कई एफआईआर कर चुका है। जिसके खिलाफ हम एकजुट होरहे है। साथ यहॉ वे विभिन्न लोगों से छात्रों की समस्या की जानकारी लिये। तथा वर्तमान समय में जेएनयू से लेकर देष के विभिन्न जगहों पर षिक्षा के क्षेत्र में हो रहे संस्थगत भेद भाव और हमले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त किये। उन्होंने कहा किवे इसके खिलाफ छात्र छात्राओं को गोलबंद कर रहे है। गोलबंद होने के बाद विभिन्न चरणों में लड़ाई लड़ी जायेगी। उन्होंने बताया कि जेएनयू के निलंबित छात्र सूचना के अधिकार 2005 के तहत प्राप्त आंकड़ों की जानकारी प्राप्त करते हुये कहा कि एमफील पीएचडी परीक्षा में साक्षातकार के दौरान जाति धर्म भाषा नस्ल के आधार पर भेद भाव करके प्रोफेसर द्वारा आरक्षित वर्ग की तुलना में बहुत कम अंक दिये जाते है। पिछले 5 वर्षों में औसतन 30 अंकों में से 6 ओबीसी छात्रों को 5 जबकि सामान्य वर्ग को 20 अंको से भी अधिक अंक दियाजाता है। जिसका हमलोग विरोध करते है। हम विष्वविद्यालय के समाजिक न्याय पसंद छात्र लगातार इस भेद भाव को कम करने के लिए साक्षातकार के अंक को 30 अंक से हटाकर 10 करने की मांग करते है। साथ ही फीस में बढोत्तरी आदि पर भी जोरदार चर्चा किये। बड़े बड़े विभिन्न षिक्षण संस्थानों के ओजस्वी रवैया को लेकर प्रभार किये। मौके पर सौरभ तिवारी, कृष्णानन्द कुमार, इमरान आलम, सहजाद आलम, वरूण कुमार विपिन आदि उपस्थित थे।