बालिकागृह से खिड़की तोड़ छह बच्ची फरार
सहरसा। मंगलवार की देर रात करीब डेढ़ बजे सहरसा बालिका गृह से छह बच्ची खिड़की तोड़कर
सहरसा। मंगलवार की देर रात करीब डेढ़ बजे सहरसा बालिका गृह से छह बच्ची खिड़की तोड़कर फरार हो गई। ये सभी लड़कियां दो मंजिला भवन का खिड़की तोड़ने के बाद दोपट्टा व बेडसीट को नीचे लटकाकर एक- एक तक उतर गई और पीछे झाड़ी के रास्ते से बारिश में ही भाग गई। बुधवार को राज्यरानी एक्सप्रेस से मानसी पुलिस ने तीन बच्ची को संदिग्ध हालत में पाकर राज्यरानी एक्सप्रेस से उतार लिया। जबकि पूर्णियां, भागलपुर और लखनऊ बाल कल्याण समिति द्वारा भेजी गई तीन बच्ची अबतक गायब है। इसके एक लड़की पूर्व में भी भाग चुकी है। हालांकि बाद में उसे बरामद कर लिया गया था।
बालिक गृह की अधीक्षिका कविता चौधरी का कहना है कि इन बच्चियों को भागते निचले तल में रह रही एक लड़की ने देख लिया। जिससे तत्काल ही उनलोगों को इसकी सूचना मिल गई। उनलोगों ने पीछे खोजबीन भी की, परंतु बारिश के कारण संभवत: बच्चियां छुप गई और बारिश समाप्त होते ही भाग गई। कहा कि इसकी सूचना तत्काल सदर थाना, जीआरपी व आरपीएफ को दी गई। सुबह राज्यरानी ट्रेन से सफर कर रहे सदर थाना के किसी पुलिस अधिकारी ने इन बच्चियों को संदिग्ध अवस्था में पाकर मानसी जीआरपी को दिया। जहां इनलोगों को उतार लिया गया। बाद में सहरसा जीआरपी के प्रयास से बच्चियां बालिकागृह पहुंची। इस संबंध में पूछे जाने पर जिला बाल कल्याण पदाधिकारी भाष्कर कश्यप ने बताया कि बालिका गृह की छह बच्ची पीएचसीएच और एक सदर अस्पताल में इलाजरत है। जिसमें पांच कर्मी लगे हुए हैं। शायद कर्मियों की कमी के कारण भी देखरेख में कमी हुई है। उन्होंने बताया कि जिस भवन में बालिका गृह चल रहा है, वह ठीक नहीं है। इसके लिए कई बार निदेशालय को लिखा गया है। इधर लगातार बालिका गृह में बच्चियों के मरने और भागने की घटना से तरह- तरह की चर्चाएं हो रही है। सूत्रों से मिली जानकारीनुसार बाल कल्याण समिति ने भी इसकी व्यवस्था पर असंतोष प्रकट किया है।