तर्पण: 'हमेशा सताती है पिताजी की याद'
सहरसा। मेरे पिताजी स्वर्गीय यदुनाथ दास एवं माता यशोदा देवी की याद हमें हमेशा सताती रही है। छ
By Edited By: Published: Wed, 28 Sep 2016 06:33 PM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2016 06:33 PM (IST)
सहरसा। मेरे पिताजी स्वर्गीय यदुनाथ दास एवं माता यशोदा देवी की याद हमें हमेशा सताती रही है। छोटा संतान होने के कारण वे दोनों हमें बहुत प्यार करते थे। बड़े भाई एवं मुझे बैठाकर बचपन से ही उंची शिक्षा प्राप्त करने की सलाह देते थे। यह कहना है कायस्थ टोला निवासी वरुणादित्य लाल दास का। वे कहते हैं कि पिताजी चित्रगुप्त विद्यालय के प्रधानाध्यापक थे। आज उन्हीं की कृपा छांव में मैं डाक्ट्रीएट की डिग्री प्राप्त किया हूं। पितृपक्ष में क्या मैं नित्य प्रति उन्हें श्रद्धापूर्वक याद करता हूं तथा तिल व जल से तर्पण करता हूंताकि उनकी आत्मा तृप्त होकर मुझे आशीष दे और शांति प्रदान करें।
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